वाराणसी :काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वर्तमान और पूर्व संस्कृत के छात्र अपने गुरुजनों के साथ मिलकर मुहिम चला रहे हैं. उनका कहना है कि ट्विटर की भाषा संस्कृत में भी होनी चाहिए. जिसके लिए उन्होंने ट्वीट करके ट्विटर को संस्कृत जोड़ने का आग्रह किया है. साथ ही मुहिम चला रहे काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र एवं छात्र परिषद के सदस्य डॉ. मुनीश कुमार ने ट्विटर इंडिया को ट्वीट कर कई प्रमाण पेश किए.
ट्विटर की भाषा बनें संस्कृत, आखिर क्यों?
वैदिक संस्कृत, भाषा का पूर्व-शास्त्रीय रूप और वैदिक धर्म की प्रचलित भाषा, भारत-यूरोपीय भाषा परिवार के सबसे शुरुआती अनुप्रमाणित सदस्यों में से एक है. संस्कृत का सबसे पुराना ज्ञात ग्रंथ, ऋग्वेद है. संस्कृत भाषा की उपयोगिता, संस्कृत का अध्ययन मनुष्य को सूक्ष्म विचार शक्ति प्रदान करता है. मन स्वाभाविक ही अंतर्मुख होने लगता है. इसका अध्ययन मौलिक चिंतन को जन्म देता है.
संस्कृत भाषा की उपयोगिता
संस्कृत का अध्ययन मनुष्य को सूक्ष्म विचार शक्ति प्रदान करता है. मन स्वाभाविक रूप से भीतर की ओर मुड़ने लगता है. इसका अध्ययन मौलिक सोच को जन्म देता है. गूगल में संस्कृत, फेसबुक में संस्कृत, वाट्सएप में संस्कृत तो TwitterIndia में क्यों नहीं संस्कृत. ट्विटर में भी संस्कृत भाषा होनी चाहिए.
मांग कर रहे छात्रों का कहना है कि ट्विटर इंडिया हिंदी, गुजराती, मराठी, उर्दू, तमिल, बंगाली और कन्नड़ भाषा में है तो संस्कृत में क्यों नहीं? सभी भाषाओं की माता है संस्कृत. इसलिए हमट्विटर में संस्कृत भाषा की मांग करते हैं. भारत के 16 संस्कृत विश्वविद्यालय के लाखों छात्र संस्कृत भाषा का प्रयोग करते हैं. संस्कृत के लाखों छात्रों के लिए TwitterIndia पर संस्कृत भाषा होना जरूरी है. जो संस्कृत में है वहीं भारतवर्ष में है और जो भारतवर्ष में है वहीं संस्कृत में है. TwitterIndia भारत में है अतः इसमें भी संस्कृत भाषा होनी चाहिए.
बीएचयू के ही पूर्व छात्र एवं वर्तमान में कुशीनगर में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सौरभ द्विवेदी ने ट्विटर इंडिया को ट्वीट करते हुए लिखा कि अगर @Twitter aur @TwitterIndia अंग्रेजी में उपलब्ध है. तो संस्कृत में क्यों नहीं. संस्कृत न होने से ट्विटर पर एक बड़े छात्रों का समूह उपलब्ध नहीं है. हम सब ट्विटर पर रहना चाहते हैं. इसलिए हम मांग करते हैं कि ट्विटर में भी वैकल्पिक रूप से संस्कृत भाषा को भी जोड़ा जाय.
उन्होंने कहा कि विभिन्न भारतीय भाषाओं के साथ एक बहुत बड़ी संख्या संस्कृत चाहने वाले ट्विटर यूज़र्स की है. हम TwitterIndia से मांग करते हैं कि ट्विटर को संस्कृत भाषा में भी उपलब्ध कराएं, जिससे कि हम सब ट्विटर को संस्कृत भाषा में सरलता से चला सकें. संस्कृत सभी भारतीय भाषाओं की जननी है. कृत्रिम बुद्धि के साथ संस्कृत को एक प्राकृतिक भाषा माना जाता है. संस्कृत बोलने वालों को संस्कृत में ट्विटर की जरूरत होती है. फेसबुक का इस्तेमाल संस्कृत बोलने वाले कर सकते हैं. हम Twitter से अनुरोध करते हैं कि संस्कृत भाषा को भी जोड़ा जाय. जब आमतौर पर सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म संस्कृत को एक विकल्प के रूप में उपयोग कर रहे हैं, तो TwitterIndia संस्कृत को चुनने के विकल्प के रूप में क्यों नहीं दे रहा है. हम संस्कृत सप्ताह 2020 के अवसर पर AddSanskritOnTwitter की मांग करते हैं.