वाराणसी : काशी में श्रावण कृष्ण पक्ष के तृतीया तिथि सोमवार को श्रीरामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की पुण्यतिथि मनाई गई. कार्यक्रम का आयोजन तुलसीघाट पर स्थित तुलसी मंदिर में संपन्न हुआ. गोस्वामी तुलसीदास की पुण्यतिथि के अवसर पर सुबह सड़के ही तैयारियां शुरु हो गईं. तुलसीदास एवं संकट मोचन मंदिर के महंत प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र ने गोस्वामी तुलसीदास जी के चित्र पर माल्यार्पण कर वेद मंत्रों के साथ पूजा अर्चना की.
इसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया, इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का भी पालन किया गया. भंडारे में काशी के ब्राह्मणों, साधु-संतों सहित तमाम लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया. कार्यक्रम के दौरान आईटी बीएचयू के पूर्व निदेशक प्रोफेसर एसएन उपाध्याय, पुष्कर मिश्रा, प्रभु दत्त त्रिपाठी,रामयश मिश्र, अशोक पांडे, विश्वनाथ यादव छेदी, मनोज यादव ,नरेंद्र त्रिपाठी, ज्ञानू पांडे सहित काशी के कई संत-महंत उपस्थित रहे.
प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र ने बताया कि सावन कृष्ण पक्ष के तृतीया तिथि को गोस्वामी तुलसीदास ने शरीर छोड़ा था. क्योंकि रतिया की हानि होने के कारण सोमवार को ही तृतीया लग गया. इसलिए गोस्वामी जी की पूर्ण तिथि आज मनाई जाती है. गोस्वामी तुलसीदास ने मानव के कल्याण के लिए श्रीरामचरितमानस अमृत ग्रंथ की रचना की. हम सभी को श्रीरामचरितमानस के बताए हुए रास्ते पर चलकर घर समाज और देश को बचाने की संस्कारवान बनाने की आवश्यकता है.