वाराणसी :लंका थाना क्षेत्र के नारियां में एक घर में मां-बेटी का शव मिला है. दोनों शव लगभग 10 दिन पहले के बताए जा रहे हैं. आशंका है कि मां-बेटी की हत्या की गई है. आस-पास के इलाके में बदबू आने की शिकायत स्थानीय लोगों ने पुलिस से की थी. पुलिस ने जब आज एक घर का दरवाजा खोला तो घटना की जानकारी हुई. फिलहाल पुलिस और फोरेंसिक टीम घटना की छानबीन कर रही है.
वाराणसी के पॉश इलाकों में कमरे में बंद मिला शव सुनीता दुबे (58 वर्षीय) और उसकी बेटी दीपिका पांडे (26 वर्षीय) का है. सुनीता के दो बेटे गौरव, अंजनी और एक बेटी दीपिका पांडे थी. गौरव पेशे से अधिवक्ता है, वह दिल्ली में रहता है. जबकि छोटा बेटा अंजनी वाराणसी के एक मुर्गी फार्म में काम करता है, वह नशेड़ी प्रवृत्ति का है. कुछ दिन पहले महिला ने अपने दोनों बेटों में प्रापर्टी का बंटवारा कर दिया था. बंटवारे के बाद मां और बेटी एक साथ रह रहीं थीं.
बंद कमरे में मिला मां-बेटी का शव वाराणसी के एडिशनल सीपी संतोष कुमार सिंह ने बताया नारिया क्षेत्र में के एक मकान में 58 वर्षीय महिला और 26 वर्षीय उनकी बेटी रह रही थी. दोनों का शव क्षत-विक्षत अवस्था में उनके घर में मिला है. घटना कम से कम 3 जुलाई की होने का अनुमान है. दोनों के शव पर कपड़ों से बदबू आ रही थी, शवों पर कीड़े पड़ गए थे. महिला का बेटा 3 जुलाई को घर पर आया था, इस बात की पुष्टि स्वयं मृतक महिला के बेटे ने की है. महिला के लड़के का कहना है कि वह 2 बार घर पर आया था, लेकिन उसने घर का दरवाजा नहीं खुलवाया.
एडिशनल सीपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जांच के बाद मौत के सही कारणों का पता चलेगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अगर हत्या की पुष्टि होती है, तो यह मामला प्रॉपर्टी विवाद का भी हो सकता है. इन सारे बिंदुओं पर जांच की जाएगी. बहुत जल्द घटना का खुलासा किया जाएगा.
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