वाराणसीःजिले केदो युवक के शव शुक्रवार को अहरौरा मिर्जापुर के पास गड्ढे में मिले. दोनों युवकों के शव तेजाब से जलाए गए थे. वहीं वाराणसी से दोनों युवक 22 दिसंबर से लापता थे. उनमें एक महमूरगंज के गोपाल विहार कॉलोनी निवासी अशोक कुमार पांडे का इकलौता बेटा रवि पांडेय और दूसरा गोला दीनानाथ निवासी बब्बल केसरी का पुत्र शुभम केसरी था.
वाराणसी से लापता युवकों का मिर्जापुर में मिला शव
वाराणसी में दो युवक के शव शुक्रवार को अहरौरा मिर्जापुर के पास गड्ढे में मिले. दोनों युवकों के शव तेजाब से जलाए गए थे. वहीं वाराणसी से दोनों युवक 22 दिसंबर से लापता थे.
टॉप टेन अपराधी में था शुभम
अशोक कुमार पांडेय एक दवा फर्म में काम करते हैं. उनका बेटा रवि पांडेय हरिशचंद्र पीजी कॉलेज का छात्र था. शुभम केसरी के पिता बब्बल केसरी की गोला दीनानाथ मार्केट में परचून की दुकान है. बताया जा रहा है दोनों युवक 22 दिसंबर से लापता थे. दोनों युवकों के परिजनों ने इसकी सूचना अपने थाना क्षेत्र पुलिस को दी थी. जहां शुभम केसरी वाराणसी के चौक थाने के टॉप- टेन अपराधियों में उसका नाम शामिल था.
शुभम केसरी हत्या के मामले में जा चुका था जेल
शुभम केसरी के ऊपर हत्या लूट और रंगदारी के कुल 14 केस थे. शुभम केसरी 28 अगस्त 2017 को चौक थाना क्षेत्र में मोहन निगम की हत्या में भी आरोपी था. जिसके लिए वह जेल भी गया था. वहीं लॉकडाउन में जिला जेल से पेरोल पर बाहर आया था. फिर हाजिर नहीं हुआ. जेल प्रशासन के पत्राचार के बाद भी कोतवाली पुलिस उसे पकड़ कर पेश नहीं कर पाई थी. वहीं रवि और शुभम पिछले एक साल से संपर्क में थे. इस मामले में पुलिस ने वाराणसी के एक ऑटो चालक और एक युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था.