वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में सीआरपीएफ ने दिव्यांग जनों को ट्राई साइकिल बांटी. दिव्यांगों का मानना है कि यह सराहनीय पहल है. अगर इसी तरीके से केंद्र और राज्य की सरकार दिव्यांगजनों पर ध्यान दें और व्यवस्था करें तो कोई भी दिव्यांग अपने आपको दिव्यांग नहीं समझेगा. वह सभी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर भारत को विकास की ओर बढ़ाने का काम करेगा.
वाराणसी में सीआरपीएफ के जवानों ने दिव्यांगों को बांटी ट्राई साइकिल - सीआरपीएफ कमांडेंट नरेंद्र पाल सिंह
यूपी के वाराणसी में सीआरपीएफ ने दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल बांटी. सीआरपीएफ कमांडेंट नरेंद्र पाल सिंह का कहना है कि अगर हम समाज की ओर देखें तो लगता है कि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनकी सहायता करना बेहद जरूरी है.
दिव्यागों का मानना है कि जिस तरीके से सीआरपीएफ ने अपने कार्य के अलावा पूरे जिले पर ध्यान दिया है, यह बेहद ही सराहनीय है. गली-गली में पहुंचकर सैनिटाइजेशन करने का काम और दिव्यांगों को भी उचित व्यवस्था सीआरपीएफ मुहैया करा रही है. कान से न सुनने वालों के लिए कान की मशीन आदि उपलब्ध करा रही है. वहीं उन लोगों को ट्राई साइकिल की व्यवस्था कर रही है, जो चल नहीं सकते हैं. सीआरपीएफ के इस काम से आज दिव्यांग बेहद खुश हैं. दिव्यांग सीआरपीएफ को कोटि-कोटि नमन कर रहे हैं.
सीआरपीएफ कमांडेंट नरेंद्र पाल सिंह का कहना है कि अगर हम समाज की ओर देखें तो लगता है कि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनकी सहायता करना बेहद जरूरी है. अगर हम काम से हटकर उन लोगों की मदद कर सकें तो अपना जीवन सफल मान सकते हैं. इसी सोच को लेकर हम आगे बढ़े हैं. हमारे सीआरपीएफ के सारे जवान इस काम में लगे हैं, ताकि उस हर आदमी को हम ट्राई साइकिल और कान की मशीन दे सकें, जिसकी उन्हें जरूरत है. फिलहाल जिस तरीके से सीआरपीएफ काम कर रही है, उसे देखकर यही लगता है कि आज नहीं तो कल वाराणसी का हर दिव्यांग व्यक्ति तक सीआरपीएफ पहुंच बना सकती है.