वाराणसी:वाराणसी में नए साल के जश्न की शुरुआत और नया साल का स्वागत हर कोई करने में लगा था, लेकिन नए साल के जश्न के दौरान ही वाराणसी में हत्या की वारदात में सबको हिला कर रख दिया है. मामला वाराणसी के लालपुर थाना क्षेत्र का है, जहां जातिगत टिप्पणी से नाराज एक सिक्योरिटी गार्ड ने वहां पार्टी मना रहे अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या (Lawyer Murder in Varanasi) कर दी. लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र के ताड़ीखाना तिराहे के समीप स्थित एक लॉन में नववर्ष की पार्टी के दौरान सिक्योरिटी गार्ड ने अधिवक्ता राघवेंद्र सिंह (36 वर्ष) की गोली मारी थी.
वकील राघवेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस को कई चौंकाने वाली बातें पता लगी हैं. पुलिस के मुताबिक रविवार रात को पार्टी के दौरान नशे में धुत होकर राघवेंद्र और सिक्योरिटी गार्ड हरदेंदु शेखर त्रिपाठी से सिर्फ इस बात को लेकर कहा सुनी हुई थी कि जातिगत टिप्पणी न करें. हरदेंदु, वकील राघवेंद्र को गोली मारने के बाद खुद अपनी पिस्तौल के साथ कैंट थाने पहुंचा था. उसने पुलिस को यह बताया कि उसने वकील राघवेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी है, क्योंकि वह जाति को लेकर टिप्पणी कर रहा था. साथ ही उसने कहा कि वकील ने पहले उस पर फायरिंग की थी, लेकिन वह किसी बच गया. इसके बाद राघवेंद्र ने वकील पर गोली चलायी और उसकी मौत हो गयी.
सिक्योरिटी सुपरवाइजर के तौर पर काम करने वाले हरदेंदु कल रात न्यू ईयर की पार्टी के दौरान वकील राघवेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने जो बातें अब बताई हैं वह निश्चित तौर पर चौंकाने वाली है. पुलिस के मुताबिक कल रात को पार्टी के दौरान नशे में धुत होकर राघवेंद्र और सिक्योरिटी गार्ड हरदेंदु शेखर त्रिपाठी से सिर्फ इस बात को लेकर कहा सुनी हुई थी की जातिगत टिप्पणी न करें. हरदेंदु कल रात राघवेंद्र को गोली मारने के बाद खुद अपनी पिस्तौल के साथ कैंट थाने पहुंचा था और उसने पुलिस को यह बताया कि उसने वकील राघवेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी है, क्योंकि वह जाति पर टिप्पणी कर रहा था और मुझे यह बर्दाश्त नहीं हुआ, कहा सुनी हुई उसने मुझ पर फायर किया लेकिन मैं बच गया जिसके बाद मैंने उसे पर गोली चलाई और उसकी मौत हो गई है. इसलिए मुझे गिरफ्तार कर लीजिए.