उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

मुंबई में 29 साल पहले हुई थी एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या, दो फरार आरोपी वाराणसी से गिरफ्तार - मु्म्बई में एक परिवार के 5 सदस्यों की हत्या

UP STF और थाणे (महाराष्ट्र) पुलिस की संयुक्त टीम ने 29 साल पहले मुंबई में हुए एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या में वांछित दो अभियुक्तों को वाराणसी से गिरफ्तार (Two wanted accused arrested) किया है.

Etv Bharat
Etv Bharat

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 7, 2023, 8:39 PM IST

वाराणसी: UP STF व जनपद थाणे (महाराष्ट्र) पुलिस की संयुक्त टीम ने एक ही परिवार के 5 सदस्यों की हत्या में गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी काफी समय से फरार चल रहे थे. इन दोनों अभियुक्तों के नाम अनिल सरोज उर्फ विजय और सुनील सरोज उर्फ संजय है. ये दोनों जौनपुर जिले के रहने वाले हैं. साल 1994 में थाणे (महाराष्ट्र) में सनसनीखेज तरीके से एक ही परिवार के 5 लोगों की सामूहिक हत्या कर दी गई थी. इनमें दोनों शामिल रहे थे.

एक परिवार 5 लोगों की हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार

इस मामले में UP STF वाराणसी यूनिट के एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 1994 में अनिल सरोज व इसका भाई सुनील सरोज मुम्बई भडवाल चाल पेंकरपाला मीरा रोड भयन्दर में रहते थे. इनके पड़ोस में राज नरायन प्रजापति अपने पत्नी जगरानी( 28), तीन बेटों प्रमोद (5), चिंटू(2), पिंटू (3 माह) और बेटी पिंकी (3) के साथ रहते थे. वे जनपद इलाहाबाद के रहने वाले थे. वहीं, 16 नवम्बर 1994 को राजनरायन प्रजापति की पत्नी व चारों बच्चों की चाकू व चापड़ से मारकर नृसंश हत्या कर दी थी. इससे उस समय घटनास्थल के आसपास सनसनी फैल गई थी. वहीं, इस संबंध में थाना काशीमीरा थाणे (महाराष्ट्र) पर सम्बंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हुआ था.

वहीं, पुलिस की विवेचना से कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान निवासी नोनवटी थाना बडागांव जनपद वाराणसी, अनिल सरोज और सुनील सरोज का नाम प्रकाश में आया था. वहीं, कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान को महाराष्ट्र पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लेकिन, अनिल सरोज और सुनील सरोज साल 1994 से ही फरार चल रहे थे. इस मामले में 7 अक्टूबर 2023 को विश्वस्त सूत्र के माध्यम से सूचना मिली की अनिल सरोज तांत्रिक भी है. अपने भाई सुनील सरोज के साथ 7 अक्टूबर को जनपद वाराणसी के थाना सारनाथ क्षेत्रान्तर्गत सांरग मंदिर के पास आने वाला है. इस सूचना पर एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी और क्राइम ब्रान्च महाराष्ट्र पुलिस संयुक्त रूप से मौके पर पहुंच गई और अनिल सरोज एवं सुनील सरोज को गिरफ्तार कर लिया.


वहीं, गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ मे बताया कि वर्ष 1994 में अनिल सरोज व इसका भाई सुनील सरोज मुम्बई भडवाल चाल पेंकरपाला मीरा रोड भयन्दर में रहते थे और मजदूरी करके जीवन यापन करते थे. इनके पड़ोस में राज नारायन प्रजापति अपने परिवार के साथ रहता था. एक दिन अनिल सरोज के सूटकेस से एक दिन 03 हजार रुपये गायब हो गये थे. वहीं, अनिल सरोज को संदेह था कि यह पैसा राजनरायन प्रजापति के बच्चों ने ही गायब किया है.

इस बात को लेकर दोनों परिवारों में आए दिन कहासुनी होने लगी. इसीलिए 16 नवम्बर 1994 को राजनरायन प्रजापति जब अपने काम पर चला गया. तब सुनियोजित तरीके से अनिल सरोज व सुनील सरोज ने अपने साथी कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान के साथ मिलकर राजनरायन प्रजापति की पत्नी व चारों बच्चों की चाकू व चापड से मारकर नृसंश हत्या कर दी. वहीं, गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों को थाना सारनाथ जनपद वाराणसी में दाखिल करते हुए वाराणसी न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त करने की विधिक कार्यवाही की जा रही है. मामले की समस्त अग्रिम कार्यवाही क्राइम ब्रान्च यूनिट-1 मीरा भयन्दर वसई (महाराष्ट्र) पुलिस कर रही है.


यह भी पढ़ें: सात साल के बच्चे की हत्या में 40 साल से वांछित अभियुक्त गिरफ्तार

यह भी पढ़ें: रिटायर्ड पुलिसकर्मियों के अवैध कब्जे पर चला प्रशासन का बुलडोजर, नोटिस के बावजूद नहीं करते रहे मनमानी

ABOUT THE AUTHOR

...view details