वाराणसी: अस्पताल, जहां आने वाले मरीज अपना इलाज करवाने और स्वस्थ होकर जाने की इच्छा रखते हैं. लेकिन स्वास्थ्य का मंदिर अगर गंदगी और नशेड़ियों का अड्डा बन जाए तो फिर यह शर्मनाक स्थिति है. ऐसा ही कुछ हाल है वाराणसी के शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल का है. यहां पर न सिर्फ गंदगी का बोलबाला है बल्कि इमरजेंसी वार्ड के सामने और आसपास नशा करने वाले लोगों का हुजूम लगा रहता है.
यह अस्पताल है, यहां नशेड़ियों का है कब्जा और गंदगी का बोलबाला....
यूपी के वाराणसी में स्थित शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल का हाल बेदह खराब है. यहां चारों ओर गंदगी की भरमार है. इसके अलावा यह अस्पताल शराबियों का अड्डा बना हुआ है. जब जिम्मेदारों से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
शराबियों और गंदगी का अड्डा बना अस्पताल
शराबियों और गंदगी का अड्डा बना अस्पताल
- मामला वाराणसी का मंडलीय अस्पताल का है.
- शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल वाराणसी मंडल ही नहीं बल्कि आसपास के कई राज्यों को भी कवर करता है.
- बिहार झारखंड से भी बड़ी संख्या में लोग यहां मरीजों का इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं.
- शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल की स्थिति इस समय बेहद खराब है.
- यहां इमरजेंसी वार्ड के सामने ही सीवर ओवरफ्लो है.
- सुलभ शौचालय के पानी निकासी की व्यवस्था न होने की वजह से अस्पताल परिसर में पानी भर रहा है.
- अस्पताल परिसर के चारों तरफ एक ओर जहां गंदगी है वहीं शराब और बीयर की बोतलें भी यह साफ कर रही हैं कि अस्पताल की स्थिति बेहद खराब है.
सरकारी अस्पताल का यह हाल वह भी पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में निश्चित तौर पर कई सवाल खड़े कर रहा है. अब अधिकारी भी गोल मटोल जवाब देकर खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं