वाराणसीः योगी सरकार ने जिले में कंप्रेस्ड बायो गैस का उत्पादन शुरू कर दिया है. इसका सफलतापूर्वक परीक्षण भी कर लिया गया है. वाराणसी के शाहंशापुर में करीब सात एकड़ में बायोगैस प्लांट बनाया गया है. इसकी क्षमता 3150 किलो प्रतिदिन सीबीजी का उत्पादन करने की है. ये प्लांट गैस के साथ तरल और ठोस फर्टिलाइजर का भी उत्पादन करेगा. इस योजना में गोपालकों से गोबर खरीदने से उनकी आमदनी बढ़ेगी और लोगों को रोजगार मिलेगा. कंप्रेस्ड बायो गैस के उत्पादन से पर्यावरण को लाभ मिलेगा. इसके साथ ही कच्चे तेल और गैस आयात पर निर्भरता कम होगी और फॉरेन एक्सचेंज की भी बचत होगी.
आपको बता दें कि योगी सरकार ने वाराणसी में सीएनजी से वाहन और गंगा में मोटर बोट चलाने के साथ ही अब कंप्रेस्ड बायो गैस का उत्पादन भी शुरू कर दिया है. काशी में गोबर गैस प्लांट काम करना शुरू कर दिया है. इसका पहला फेज सीबीजी का उत्पादन सफलतापूर्वक काम करने लगा है. गोबर, प्रेस मड यानि कि चीनी फैक्ट्रियों से निकलने वाला वेस्ट पदार्थ और नेपियर घास से कंप्रेस्ड बायो गैस का उत्पादन हो रहा है. शहंशाहपुर स्थित कान्हा उपवन परिसर में ये प्लांट सात एकड़ में लगा है.
इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 23 करोड़ रुपये है. सीबीजी के स्थानीय उत्पादन से लोगों की जेब भी बचेगी और शहर भी प्रदूषण से बचेगा. प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में इसके वेस्ट से जैविक खाद बनाया जाएगा. जिसमें ठोस और लिक्विड जैविक खाद बनेगा, जो ऑर्गेनिक खेती के काम आयेगा. इस प्लांट के मुख्यतः लिक्विड और ठोस खाद से कई प्रकार के और खाद बनाये जाएंगे, जो अलग-अलग फसल के उत्पादन में सहायक होंगे. खास बात ये है कि प्लांट में ही किसानों के लिए ट्रेनिंग सेंटर भी है. यहां किसानों को ऑर्गेनिक खेती का प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिससे वे अपनी आय बढ़ाने के साथ ही लोगों का स्वास्थ्य भी ठीक रख सकेंगे.