वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज वाराणसी से दुबई के लिए लंगड़ा आम की पहली खेप को वाराणसी में तैयार किए गए पैकिंग सेंटर से सीधे रवाना किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर दुबई भेजी जा रही लंगड़े आम की खेती को भेजने से पहले वाराणसी में सरकार की 9 साल की उपलब्धियां भी गिनाईं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को करखियाव एग्रो पार्क के पैक हाउस से हरी झंडी दिखाकर बनारसी लंगड़ा आम को दुबई के लिये रवाना किया. बनारसी लंगड़ा आम का स्वाद अब गोल्फ देशों के लोग भी चखेंगे. मुख्यमंत्री ने जिन तीन कंटेनर्स को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उनमें बनारसी लगड़ा आम, गाजीपुर व आसपास के अन्य जिलों से आयी हरी मिर्च एवं अन्य सब्जियां प्रमुख हैं, जो दो पानी की जहाज व एक हवाई मार्ग से यात्रा कर गोल्फ देशों को पहुंचेगी. पैक हाउस में इनका पैकेजिंग आदि कर रवाना किया गया है.
करखियावं के एग्रो पार्क में 15.78 करोड़ की लागत से 4461 वर्ग फीट में निर्मित इंटीग्रेटेड पैक हाउस किसानों की आय बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा. अब पूर्वाचल के कृषि उत्पाद दुनिया के देशों में आसानी सर पहुचेंगे. निश्चित रूप से पूर्वांचल के किसानों के लिए यह वरदान साबित हुआ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान पैक हाउस के प्राइमरी प्रोसेसिंग एरिया, फ्रूट प्रोसेसिंग एरिया एवं वेजिटेबल प्रोसेसिंग एरिया को देखा एवं उसके बारे में जानकारी ली. साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये. सामान रवानगी के दौरान मौके पर मौजूद किसानों के चेहरे पर खुशी का ठिकाना न रहा. उनकी उत्पादित सामग्री विदेशी बाजार में बिकने के लिए भेजी जा रही थी. इससे उन्हें अपने उत्पादों का उचित मूल्य भी मिलेगा.
पूर्वांचल का पहला पैक हाउस बनेगा वरदानःकरखियांव औद्योगिक क्षेत्र में प्रदेश का तीसरा और पूर्वांचल का पहला पैक हाउस बनकर तैयार है. पूरी क्षमता के साथ कार्य करना शुरू कर दिया है. पहली बार पैक हाउस से जीआई टैग मिलने के बाद फलों का राजा बनारसी लंगड़ा आम दुबई भेजा गया. इसके साथ हरी मिर्च व अन्य सब्जियों को भी भेजा गया है. पैक हाउस में बनारसी लंगड़ा आम को वेपर हीट और हीट वाटर ट्रीटमेंट प्रक्रिया से गुजारा जाएगा.
मानक के अनुरूप आम की पैकेजिंग: मानक के तहत एक साइज के आम को मशीन से अलग कर उसकी पैकेजिंग की गई है जबकि हरी मिर्च की छंटाई, ग्रेडिंग समेत अन्य प्रक्रियाओं से गुजार कर पैकिंग की गयी हैं. प्रत्येक पैकेट में 3.5 किलो हरी मिर्च रखा गया है. पैक हाउस से फल-सब्जियों को अंतरराष्ट्रीय मानक का पालन करते हुए अलग-अलग देशों की मांग के अनुरूप पैक कर भेजने की प्रक्रिया की जाती है. एक दर्जन से अधिक एफपीओ एपीडा से जुड़कर अपने उत्पादों को दुबई समेत अन्य देशों में भेज रहे हैं. जल्द और एफपीओं जुड़ेंगे और पैक हाउस की सुविधा का लाभ लेंगे. इस व्यवस्था से किसानों की आमदनी बढ़ेगी व बिचौलियों का हस्तक्षेप समाप्त हो जाएगा.
बाबतपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 10 किमी दूर करखियांव में बना पैक हाउस किसानों के उत्पाद को विदेशों में भेजने के अलावा ट्रेनिंग भी देगा ताकि किसान अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत अपने उत्पादों को तैयार कर सकें. कुल 4461 वर्ग फीट में निर्मित इस पैक हाउस पर कुल 15.78 करोड़ खर्च हुआ है. वर्तमान में पांच सौ से अधिक किसान एफपीओ के जरिए पैक हाउस से जुड़े हैं. अभी तक वाराणसी से शारजाह जाने वाले विमान से प्रतिदिन सब्जियां जैसे हरी मिर्च, भिंडी, मुजफ्फरपुर की लीची, बिहार का जरदालू आम समेत अन्य फल, सब्जियां भेजी जा रही हैं. अब इन सभी को पैक हाउस से भेजी जायेगी. पहली बार आम व मिर्च भेजी गयी हैं.