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वाराणसी में सीएम योगी ने बनारसी लंगड़ा आम को दुबई के लिए किया रवाना

वाराणसी दौरे पर पहुंचे सीएम योगी ने बनारसी लंगड़ा आम को दुबई के लिए रवाना किया.

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Published : Jun 26, 2023, 9:26 PM IST

वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज वाराणसी से दुबई के लिए लंगड़ा आम की पहली खेप को वाराणसी में तैयार किए गए पैकिंग सेंटर से सीधे रवाना किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर दुबई भेजी जा रही लंगड़े आम की खेती को भेजने से पहले वाराणसी में सरकार की 9 साल की उपलब्धियां भी गिनाईं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को करखियाव एग्रो पार्क के पैक हाउस से हरी झंडी दिखाकर बनारसी लंगड़ा आम को दुबई के लिये रवाना किया. बनारसी लंगड़ा आम का स्वाद अब गोल्फ देशों के लोग भी चखेंगे. मुख्यमंत्री ने जिन तीन कंटेनर्स को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उनमें बनारसी लगड़ा आम, गाजीपुर व आसपास के अन्य जिलों से आयी हरी मिर्च एवं अन्य सब्जियां प्रमुख हैं, जो दो पानी की जहाज व एक हवाई मार्ग से यात्रा कर गोल्फ देशों को पहुंचेगी. पैक हाउस में इनका पैकेजिंग आदि कर रवाना किया गया है.

करखियावं के एग्रो पार्क में 15.78 करोड़ की लागत से 4461 वर्ग फीट में निर्मित इंटीग्रेटेड पैक हाउस किसानों की आय बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा. अब पूर्वाचल के कृषि उत्पाद दुनिया के देशों में आसानी सर पहुचेंगे. निश्चित रूप से पूर्वांचल के किसानों के लिए यह वरदान साबित हुआ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान पैक हाउस के प्राइमरी प्रोसेसिंग एरिया, फ्रूट प्रोसेसिंग एरिया एवं वेजिटेबल प्रोसेसिंग एरिया को देखा एवं उसके बारे में जानकारी ली. साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये. सामान रवानगी के दौरान मौके पर मौजूद किसानों के चेहरे पर खुशी का ठिकाना न रहा. उनकी उत्पादित सामग्री विदेशी बाजार में बिकने के लिए भेजी जा रही थी. इससे उन्हें अपने उत्पादों का उचित मूल्य भी मिलेगा.

पूर्वांचल का पहला पैक हाउस बनेगा वरदानःकरखियांव औद्योगिक क्षेत्र में प्रदेश का तीसरा और पूर्वांचल का पहला पैक हाउस बनकर तैयार है. पूरी क्षमता के साथ कार्य करना शुरू कर दिया है. पहली बार पैक हाउस से जीआई टैग मिलने के बाद फलों का राजा बनारसी लंगड़ा आम दुबई भेजा गया. इसके साथ हरी मिर्च व अन्य सब्जियों को भी भेजा गया है. पैक हाउस में बनारसी लंगड़ा आम को वेपर हीट और हीट वाटर ट्रीटमेंट प्रक्रिया से गुजारा जाएगा.


मानक के अनुरूप आम की पैकेजिंग: मानक के तहत एक साइज के आम को मशीन से अलग कर उसकी पैकेजिंग की गई है जबकि हरी मिर्च की छंटाई, ग्रेडिंग समेत अन्य प्रक्रियाओं से गुजार कर पैकिंग की गयी हैं. प्रत्येक पैकेट में 3.5 किलो हरी मिर्च रखा गया है. पैक हाउस से फल-सब्जियों को अंतरराष्ट्रीय मानक का पालन करते हुए अलग-अलग देशों की मांग के अनुरूप पैक कर भेजने की प्रक्रिया की जाती है. एक दर्जन से अधिक एफपीओ एपीडा से जुड़कर अपने उत्पादों को दुबई समेत अन्य देशों में भेज रहे हैं. जल्द और एफपीओं जुड़ेंगे और पैक हाउस की सुविधा का लाभ लेंगे. इस व्यवस्था से किसानों की आमदनी बढ़ेगी व बिचौलियों का हस्तक्षेप समाप्त हो जाएगा.

बाबतपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 10 किमी दूर करखियांव में बना पैक हाउस किसानों के उत्पाद को विदेशों में भेजने के अलावा ट्रेनिंग भी देगा ताकि किसान अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत अपने उत्पादों को तैयार कर सकें. कुल 4461 वर्ग फीट में निर्मित इस पैक हाउस पर कुल 15.78 करोड़ खर्च हुआ है. वर्तमान में पांच सौ से अधिक किसान एफपीओ के जरिए पैक हाउस से जुड़े हैं. अभी तक वाराणसी से शारजाह जाने वाले विमान से प्रतिदिन सब्जियां जैसे हरी मिर्च, भिंडी, मुजफ्फरपुर की लीची, बिहार का जरदालू आम समेत अन्य फल, सब्जियां भेजी जा रही हैं. अब इन सभी को पैक हाउस से भेजी जायेगी. पहली बार आम व मिर्च भेजी गयी हैं.


इस मौके पर सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप उनके नेतृत्व में देश दिन- प्रतिदिन नई ऊंचाइयां छू रहा है. कहा कि किसानों के कृषि उत्पादों को देश के बाहर विदेश में भेजे जाने हेतु पैक हाउस आदि के माध्यम से एपीडा के साथ उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यवस्था की है. वर्ष 2020 से वाराणसी के किसान कार्गो की सुविधा प्राप्त कर रहे हैं. देश के कृषि उत्पादों को वैश्विक मान्यता मिली है. उन्होंने बताया कि 19000 करोड़ के कृषि उत्पाद को निर्यात किया जा रहा है. इसे दोगुना किए जाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे शीघ्र ही प्राप्त कर लिया जाएगा.


मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप देश की अर्थव्यवस्था 5 बिलीयन डॉलर करने में उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. किसान समृद्ध होगा, तभी देश समृद्ध होगा. देश के खाद्यान्न उत्पादन का 20 फीसदी हिस्सा उत्तर प्रदेश का किसान करता है. विश्व की आपूर्ति श्रृंखला को यह पैकहाउस आगे बढ़ाएगा. कृषि, शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि स्पाइका हाउस से 10 हजार किसानों को लाभ पहुंच रहा है. उन्होंने कहा कि गल्फ देशों के अलावा यूरोप के देशों का अमेरिका तक कृषि उत्पाद पहुंचे, यह लक्ष्य रखा गया है, जिसे शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश निर्यात के मामले में पांचवें स्थान पर है. मिर्जापुर में शीघ्र ही पैक हाउस बनना शुरू हो जाएगा. कृषि मंत्री ने अन्नदाताओ किसानों से प्राकृतिक खेती पर विशेष जोर दिया और कहा कि वे प्राकृतिक खेती क्लस्टर अपने खेतों पर बनाएं.

मुख्यमंत्री ने निदेशक, मंडी अंजनी कुमार सिंह को प्रमाण पत्र तथा प्रगतिशील किसान सुमन देवी-वाराणसी, रामकुमार राय-गाजीपुर, शाश्वत पांडेय-संत रविदास नगर, अजय कुमार सिंह-चंदौली, हौसिला प्रसाद- वाराणसी, शार्दुल विक्रम चौधरी-वाराणसी, अमित सिंह-वाराणसी, श्रीधर पांडेय-सिद्धार्थ नगर, पंकज कुमार राय- गाजीपुर, राजेश हीरालाल गुप्ता- मुम्बई, आनंद कुमार, नरेंद्र तुलसीदास भाटिया, ज़नाब हुसैन शेख, ज़नाब मोहम्मद हनीफ, जुल्फिकार-केरला, मदीन सिद्दीकी-अमरोहा, मनोज कुमार व भगवानदीन-मुम्बई आदि को अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया.

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