वाराणसी:पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान भेलूपुर थाना अंतर्गत जवाहर नगर एक्सटेंशन में वाराणसी सांसद जनसंपर्क कार्यालय के अंदर जाकर ज्ञापन देना चाहते थे. जिसे पुलिस ने रोका तो जमकर नोकझोंक हो गई. इसके बाद पुलिस को बलपूर्वक कार्यकर्ताओं को अंदर जाने से रोकना पड़ा.
Varanasi News: सांसद जनसंपर्क कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे आप कार्यकर्ताओं और पुलिस में हुई झड़प - AAP workers and police clash in Varanasi
वाराणसी में आप पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अडानी केस में जांच को लेकर सांसद जनसंपर्क कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस की कार्यकर्ताओं से जमकर नोकझोंक हुई.
प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं प्रधानमंत्री के लिए अपशब्दों का प्रयोग कर नारे लगाए. पुलिस के समझाने के बाद भी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री और योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. आप कार्यकर्ताओं का कहाना था कि अडानी घोटाला देश का सबसे बड़ा घोटला है. जिसमें लाखों-करोंड़ों निवेशकों का पैसा डूब गया है. इसका बैंकों और LIC जैसी संस्थाओं पर भी बुरा असर पड़ा है. देश के सबसे बड़े आर्थिक घोटाले के खिलाफ सरकार और प्रधानमंत्री का मौन रहना इस ओर इशारा करता है कि कहीं न कहीं इस घोटाले में सरकार को पहले से जानकारी थी. आदमी पार्टी कार्यकर्ता ने जेपीसी का गठन कर जांच करने की मांग की.
आप पार्टी नेता पल्लवी पटेल ने कहा, आज हम लोग यहां पर देश में हो रहे हैं महा घोटाले की जांच की मांग को लेकर आए हैं. हम शांति पूर्वक अपना प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन पुलिस वालों ने हमें रोकने का प्रयास किया और बलपूर्वक रोका. जिसमें हमारा एक साथी घायल हो गया है. जिला प्रशासन से मांग है कि स्थानीय पुलिस अधिकारी घायल साथी से माफी मांगे.
एडीसीपी, पुलिस कमिश्नरेट राजेश कुमार पांडेय ने बताया आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता अडानी घोटाले में जांच की मांग को लेकर यहां जनसंपर्क कार्यालय आए थे. इनका ज्ञापन ले लिया गया है. इसमें किसी भी प्रकार से कोई भी कार्यकर्ता घायल नहीं हुआ है. वहीं, जो कार्यकर्ता कह रहे हैं कि वो घायल हुए हैं, जब कोई जबरदस्ती करेगा तो हल्के बल का प्रयोग करना पड़ता है. जिसमें किसी को भी थोड़ी बहुत चोट लग सकती है. प्रदर्शनकारियों के खिलाफ धारा 144 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
प्रदर्शन में मुख्य रूप से सर्वश्री मनोज गुप्ता (महासचिव काशी प्रान्त), कैलाश पटेल (वरिष्ठ जिसका कार्यकर्ताओं ने विरोध किया उपाध्यक्ष काशी प्रान्त), घनश्याम पांडेय, पल्लवी वर्मा, रेखा जायसवाल, अरविंद पटेल, ओम प्रकाश पटेल, अभिषेक सिंह, शारदा टंडन, रामजी सिंह पटेल, माया शंकर पटेल, अमर सिंह पटेल, विनोद वर्मा, कमला प्रसाद, दिनेश यादव, प्रवेश वर्मा, अब्दुल रकीब शामिल रहे.
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