वाराणसी: यूपी में बीजेपी सरकार सबका साथ, सबका विकास के नारे के साथ कार्य कर रही है. सरकार में बैठे लोगों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में 70 सालों में जितना विकास नहीं हुआ, उतना 5 साल के कार्यकाल में किया गया है. इन्हीं सब दावों की हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत ने कुलियों से मुलाकात की और दावों की हकीकत जानी.
कुली समुदाय के लोगों का कहना था कि इस सरकार में हमारी अनदेखी की गई है. कोरोना काल में पहले तो 3 महीने सरकार ने 1000 रुपये भिजवाया, उसके बाद हम लोगों को भूल गई. 2008 में कुलियों की स्थिति देखते हुए सरकार ने चतुर्थ श्रेणी क्लास में हम लोगों का समायोजन किया गया था, इसके बाद सरकार ने कोई बहाली नहीं की. इनकी मांग है कि बचे हुए कुलियों को चतुर्थ श्रेणी में समायोजित किया जाए.
इसे भी पढे़ं-चुनावी चौपाल: योजनाएं तो ठीक पर महंगाई बड़ा मुद्दा,जानिए चुनावी चौपाल में क्या बोली महिलाएं......
वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर कुलियों की संख्या 200 के आसपास है. जो रोज अपने कार्य के लिए स्टेशन पहुंच जाते हैं. आधुनिकता के दौर में कुलियों के काम पर असर देखने को मिला है. कुलियों का कहना है कि अब सूटकेस में पहिए लगे होते हैं, जिससे लोग 20 किलो तक लगेज खुद ले कर चलते हैं. जिससे अब लोगों को कुलियों की आवश्यकता नहीं पड़ती है.