वाराणसी :जंसा थाना क्षेत्र के राखी नेवादा गांव में मिट्टी का टीला ढहने से 7 वर्षीय मासूम मिट्टी के मलबे में दब गया. ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आधे घंटे में बच्चे को मलबे से बाहर निकाल लिया. इसके बाद मासूम को अस्पताल पहुंचा दिया गया. वहां उसका इलाज चल रहा है.
मिट्टी का टीला ढहने से मासूम मलबे में दबा, आधे घंटे बाद निकाला
वाराणसी के जंसा थाना क्षेत्र में मंगलवार को मिट्टी का टीला ढहने से 7 वर्षीय मासूम मिट्टी के मलबे में दब गया. ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर आधे घंटे में बच्चे को मलबे से बाहर निकाल लिया. परिजनों ने मासूम को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया है.
अवैध खनन से बन गया था टीला
जंसा थाना क्षेत्र स्थित राखी नेवादा गांव के लक्षीपुर में प्राथमिक विद्यालय के पास मंगलवार को दर्जनों बच्चे मिट्टी के अवैध खनन से बने टीले के पास खेल रहे थे. इसी दौरान टीला भरभरा कर गिर गया. हादसे में 7 वर्षीय प्रीतम मलबे में दब गया. यह देख आसपास के बच्चे शोर मचाने लगे. घटना का पता चलते ही ग्रामीण मौके पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद प्रीतम को मलबे से बाहर निकाला. इस दौरान करीब आधे घंटे तक बच्चा मलबे में दबा पड़ा रहा. ग्रामीणों ने बच्चे के परिजनों को मामले की सूचना दी. परिजनों और ग्रामीणों ने बच्चे को निजी अस्पताल पहुंचाया. जहां उसका इलाज चल रहा है. फिलहाल मासूम की हालत खतरे से बाहर है.
ग्रामीणों ने लगाए ये आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस को सूचना देने के घंटों बाद पुलिस मौके पर पहुंची. ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से रात को मिट्टी का खनन होता है. इसमें मानकों की अनदेखी की जाती है. इससे बड़े-बड़े टीले बन गए हैं. प्राथमिक विद्यालय से सटे होने के कारण बच्चे आए दिन खेलने जाते हैं. कभी भी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता. ग्रामीणों ने कहा कि जल्द ही हम लोग उच्च अधिकारियों से मिलकर अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे.