वाराणसी/गाजीपुर/चंदौली:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को वाराणसी पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों(Flood affected areas in varanasi) का जायजा लिया. सीएम योगी ने एनडीआरएफ(NDRF) की टीम के साथ बोट पर सवार होकर अस्सी से नगवा तक बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति परखी. बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद सीएम योगी गोयनका विद्यालय पहुंचे और बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करके राहत सामग्री का वितरण किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अस्सी घाट पहुंचे, जहां पर एनडीआरएफ की रेस्क्यू बोट पर सवार होकर गंगा और वरुणा नदी के माध्यम से बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया. एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा ने मुख्यमंत्री को राज्य में और विशेष रूप से वाराणसी में बाढ़ प्रभावित इलाकों की जानकारी दी. रात-दिन राहत बचाव अभियान में जुटे एनडीआरएफ के जवानों और उनकी कर्तव्यनिष्ठा एवं मानव सेवा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खूब सराहा और एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में बचाव अभियानों में जुटी उनकी टीम को प्रोत्साहित किया. मुख्यमंत्री के द्वारा बाढ़ प्रभावित मारुति नगर के आस पास के क्षेत्रों का दौरा किया गया और बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी गई.
राहत शिविर में 65 परिवारों के लगभग 250 से अधिक लोग आवासित हैं. मुख्यमंत्री ने सभी बाढ़ पीड़ितों को 2 कार्टून में 40 किलोग्राम (1 मन) अनाज एवं अन्य खाद्य सामग्री एवं झोले में 10 किलो आलू उपलब्ध कराया गया. एक कार्टून में 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 2 किलो अरहर दाल, 500 ग्राम नमक, 50 ग्राम हल्दी पाउडर, 50 ग्राम धनिया पाउडर, 250 ग्राम दूध पाउडर एवं 2 लीटर रिफाइंड तेल तथा दूसरे कार्टून में 5 किलो लाई, 2 किलो भुना चना, 1 किलो गुड़, एक पैकेट मोमबत्ती, 01 पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट तथा 02 अदद साबुन रहा. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों को चॉकलेट, केला, बिस्किट दिये. मुख्यमंत्री के हाथ से चॉकलेट, केला, बिस्किट प्राप्त कर बच्चों के चेहरे चमक उठे.
गौरतलब है कि मौजूदा समय में प्रदेश में 11 NDRF की 14 टीमें बाढ़ राहत बचाव कार्यों में तैनात हैं. वाराणसी में NDRF की 4 टीमें व 160 से अधिक बचाव कर्मी तैनात हैं. वहीं, 30 से अधिक मोटर बोट और आधुनिक बचाव उपकरणों के साथ राहत बचाव कार्य जारी है. वर्तमान में वाराणसी में गंगा और वरुणा नदी के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. एनडीआरएफ की टीम ने अब तक अशोक नगर, सामने घाट, मारुति नगर, काशी पुरम, शिवाजी नगर, कोनिया, नक्किघात, शास्त्री घाट इत्यादि बाढ़ प्रभावित इलाकों से 400 से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है.
सीएम योगी ने की बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा सर्किट
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का तूफानी दौरा किया. इसी क्रम में वाराणसी पहुंचे सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरा किया. इसके बाद उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन किया. तत्पश्चात श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुमुक्ष भवन में जाकर वहां रह रहे वृद्ध लोगों से मिलकर उनका कुशलक्षेम पूछा. इस दौरान उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का भी निरीक्षण किया. उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों/श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए.
बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के बाद सीएम ने सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की. सीएम ने बैठक में बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की. बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राहत शिविर में रह रहे लोगों को किसी भी तरह से कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. शिविर में रहन-सहन एवं खानपान की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. सुबह नाश्ता के साथ-साथ दोपहर एवं रात्रि में भोजन के अलावा लोगों की आवश्यकता के अनुसार सुविधाएं मुहैया कराई जाएं. बच्चों के लिए नियमित रूप से ब्रेड, दूध, बिस्किट की व्यवस्था कराई जाए. इसके अलावा शिविर में रह रहे लोगों की उनकी जरूरत एवं आवश्यकतानुसार चिकित्सा व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई जाए.