वाराणसीःजल निगम में कार्यों में लापरवाही व भ्रष्टाचार के मामले में कमिश्नर दीपक अग्रवाल के निर्देश पर सीडीओ मधुसूदन हुलगी ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है. कमेटी को मामले की जांच कर एक सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं.
जल निगम में लापरवाही व फर्जी भुगतान पर सीडीओ सख्त, जांच कमेटी गठित
वाराणसी जल निगम के कार्य में लापरवाही और भ्रष्टाचार के मामले जल निगम में लंबे समय से चल रहा है. यह मामला शासन से लेकर प्रशासन तक के संज्ञान में है. इस बार संगठन ने पांच अवर अभियंताओं के खिलाफ शिकायत करते हुए आरोप लगाया गया है कि यहां पांच अफसर लंबे समय से जमे हुए हैं, जिन्होंने बिना काम कराए फर्जी भुगतान करने जैसा काम किया है.
बता दें कि जल निगम के कार्य में लापरवाही और भ्रष्टाचार का मामला लंबे समय से चल रहा है. यह मामला शासन से लेकर प्रशासन तक के संज्ञान में है. इस बार संगठन ने पांच अवर अभियंताओं के खिलाफ शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि यहां पांच अफसर लंबे समय से जमे हुए हैं, जिन्होंने बिना काम कराए फर्जी भुगतान करने जैसा काम किया है. वह इस पूरे मामले पर कमीशन दीपक अग्रवाल ने मुख्य विकास अधिकारी को कमेटी गठित कर मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं.
तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित
वाराणसी के सीडीओ मधुसूदन हुलगी ने इस पूरे मामले पर जिला विकास अधिकारी, डीआरडीए के सहायक अभियंता और लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता के तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित किया. सीडीओ ने कमेटी को विस्तृत जांच रिपोर्ट एक सप्ताह में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है.
हिंदू युवा वाहिनी के जिला संयोजक ने की थी शिकायत
इस पूरे मामले में हिंदू युवा वाहिनी के जिला संयोजक सुशील कुमार सिंह की ओर से शिकायत की गई थी कि जल निगम निर्माण कार्य में पांच अवर अभियंता कुणाल गौतम, दीपक पांडेय,अतुल यादव, शशि पाल यादव और राहुल यादव 2013 से 2015 एक ही स्थान पर जमे हुए हैं.
फर्जी भुगतान का है आरोप
शिकायतकर्ता ने बताया कि निर्माण के नाम पर फर्जी भुगतान करा लिया जाता है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि इन लोगों को विभागीय आला अधिकारी तक संरक्षण प्राप्त है. लिहाजा इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है.