वाराणसी: संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय (Sampurnanand Sanskrit University, varanasi) अब समय के साथ अपने आप को विकास के पहिए पर आगे बढ़ा रहा है. यही वजह है कि विश्वविद्यालय में अब सीबीसीएस सिस्टम (CBCS System) को लागू किया जाएगा. राजभवन से हरी झंडी मिलने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन अब सीबीसीएस सिस्टम से बच्चों का मूल्यांकन करेगा. इसके साथ ही विश्वविद्यालय में योगा में शास्त्री और आचार्य की डिग्री दी जाएगी.
सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के कुलपति प्रो. हरे राम त्रिपाठी (Vice Chancellor Prof. Hare Ram Tripathi) ने बताया कि शास्त्री योग, आचार्य योग एवं स्नातकोत्तर योग अध्ययन डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालन के लिये कुलाधिपति की मुहर लगकर स्वीकृति प्राप्त हुई. उन्होंने बताया कि यह पाठ्यक्रम स्ववित्तपोषित योजना के अन्तर्गत संचालित किये जाएंगे और इन पाठ्यक्रमों को परिनियमावली में यथा स्थान पर समाहित करने का भी निर्देश प्राप्त है.
उन्होंने बताया कि योग मे स्नातकोत्तर उत्तीर्ण विद्यार्थी को योग मे शोध भी कराया जाएगा, जिससे उन्हें रोजगार के विभिन्न आयामों से जोड़ा जा सकेगा. साथ ही, विद्यार्थियों को विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालय स्तर पर इन्हें योग शिक्षक बनकर सेवा करने का अवसर आसानी से प्राप्त होगा.
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