वाराणसी: ऑडियो वायरल विवाद के मामले पर जिला प्रशासन और व्यापारी आमने-सामने आ गए हैं. व्यापारियों का मानना है कि मुख्यमंत्री और व्यापारी द्वारा बातचीत का ऑडियो वायरल किए जाने से जिला प्रशासन ने व्यापारी को नोटिस जारी कर दी थी. इसके बाद व्यापारियों ने कमिश्नर से यह गुहार लगाई है कि इस समस्या को जल्द से जल्द समाप्त कराएं.
जानकारी देते व्यापारी रमेश निरंकारी. व्यापारी रमेश निरंकारी ने बताया कि वाराणसी में व्यापारी और प्रशासन एक साथ चलते हैं, यह एक गाड़ी के दो पहियों की तरह हैं. इन दोनों के बीच में डिस्बैलेंस नहीं होना चाहिए. कमिश्नर साहब से कहा गया है कि इस मामले को खत्म कराइए. राकेश जैन का इरादा किसी को अपमानित करना नहीं था. इसी को लेकर कमिश्नर साहब को प्रत्यावेदन दिया है.
ये था मामला
व्यापारी नेता राकेश जैन ने सीएम योगी से फोन पर डॉक्टरों की लापरवाही व व्यापारियों को हो रही समस्याओं के संबंध में बातचीत की थी. इस दौरान सीएम ने सभी प्रकार की समस्याओं का जल्द समाधान कराने का आश्वासन दिया था. इसके बाद अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष राकेश जैन ने सीएम योगी के साथ हुई बातचीत का ऑडियो वायरल कर दिया था. इस संबंध में डीएम ने व्यापारी नेता से तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांंगा था.
डीएम ने मांगा था स्पष्टीकरण
डीएम ने व्यापारी नेता को भेजे गए नोटिस में कहा कि आपसे सीएम योगी की 22 अगस्त को फोन पर बातचीत हुई, जिसमें सीएम ने शासन की नीतियों और कार्य के संबंध में अवगत कराया. बातचीत को बिना अनुमति लिए आपके द्वारा रिकॉर्ड किया गया. साथ ही ऑडियो क्लिप तैयार कर बिना अनुमति लिए सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया. आपने बातचीत की गोपनीयता को भंग किया है और इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण दें. नोटिस में डीएम ने यह भी कहा है कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो आपके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.