वाराणसी:काशी में इन दिनों मां गंगा का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. गंगा के भयावह स्वरूप ने न सिर्फ घाटों पर रहने वाले लोगों को तबाह किया है, बल्कि उन व्यापारियों के लिए भी दिक्कत बढ़ा दी है जो घाटों के किनारे अपना व्यवसाय करते हैं. बाढ़ की विभीषिका का सबसे ज्यादा नुकसान होटल व साड़ी कारोबारियों को हो रहा है. बाढ़ के कारण न सिर्फ दुकानें पानी में डूब गई हैं बल्कि आने वाले दिनों का व्यापार भी ठप हो गया है.
गंगा के रौद्र रूप में समाया काशी का कारोबार, व्यापारियों को हो रहा करोड़ो का नुकसान
काशी में इन दिनों गंगा नदी उफान पर है, नदी के बढ़े जलस्तर के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है. नदी के बढ़े जलस्तर के कारण वाराणसी के व्यापारियों की आय कम हो गई है.
काशी में बाढ़ के कारण व्यापारियों की आय घटी
बाबा विश्वनाथ का भव्य धाम बनने के बाद काशी के होटल व साड़ी कारोबार को एक नई उड़ान मिली है. कॉरिडोर बनने के बाद इनके व्यापार में जबरदस्त उछाल आया और कोरोना काल में हुए सभी व्यापारिक घाटों से लगभग निजात मिल गई. घाटे पूरा कर ये व्यापारी आगे कदम बढ़ा रहे थे इसी बीच गंगा की तेज धारा ने फिर से इन व्यापारियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
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