वाराणसी: मुख्तार अंसारी के करीबी माने जाने वाले घोसी सांसद अतुल राय (BSP MP ATUL RAI) ने अब मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) से ही अपनी जान का खतरा बताया है. दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद सांसद अतुल राय के अधिवक्ता अनुज यादव और सांसद के परिजनों ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस बात की जानकारी दी. सांसद के पिता भरत सिंह, बहन नम्रता राय और भाई पवन कुमार सिंह ने सरकार से जेल में बंद अतुल राय को सुरक्षा देने और उन पर चल रहे दुष्कर्म मामले की फिर से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.
अतुल राय के अधिवक्ता व उनकी बहन ने दी जानकारी. वहीं आपको बता दें कि 2 दिन पहले सांसद अतुल राय की पत्नी ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके अपने पति की रिहाई के लिए योगी सरकार से मांग की थी. वहीं सांसद अतुल राय के अधिवक्ता अनुज यादव ने बताया कि उनके मुवक्किल को मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी से जान का खतरा है. इस बात की पुष्टि एलआईयू ने भी की है. बावजूद इसके प्रदेश सरकार ने घोसी सांसद को आज तक कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की है. सांसद ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं एमपी-एमएलए कोर्ट में भी प्रार्थना पत्र देकर अपनी जान की सुरक्षा की गुहार लगाई थी. ऐसे में उन्हें तत्काल सुरक्षा प्रदान किया जाना आवश्यक है.
वहीं सांसद अतुल राय की बहन नम्रता राय ने कहा कि मैं खुद एक महिला हूं और महिला की इज्जत बखूबी समझती हूं. यह सच है कि आज महिला उत्पीड़न की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन आंकड़ों पर नजर डालें, तो इनमें से 75% मामलों में महिलाएं सुनियोजित साजिश के तहत अपने उत्पीड़न का झूठा आरोप लगाती हैं. ऐसे में पुलिस प्रशासन का यह नैतिक दायित्व है कि ऐसी महिलाओं के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि मेरे भाई के मामले में तो एफएसएल द्वारा प्रमाणित रिकॉर्डिंग और पैसे के लेनदेन की एकाउंट ट्रांजैक्शन सभी कुछ साक्ष्य के रूप में अंतिम विवेचना की कार्यवाही के लिए एसपी व सीओ ने संस्तुति भी है, लेकिन बावजूद इसके हमारे परिवार के साथ सरकार द्वारा अन्याय किया जा रहा है.