वाराणसीः उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव का रिजल्ट इस बार विपक्ष की आंखें खोल देने वाला है. भाजपा ने लगभग सभी मोर्चों पर बढ़ता हासिल की है. एक तरफ जहां नगर पालिका में बढ़त बनाए हुए है. वहीं, नगर निगम में विपक्ष की हालत खराब कर दी है. इस बार का रिजल्ट देखने के बाद ये कहा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ का जादू चला है.
वाराणसी नगर निगम उन निगमों में से एक था, जिन पर सभी की निगाहें टिकी थी. उत्तर प्रदेश में नगर निगम चुनाव के आने वाले परिणामों ने बता दिया कि ये तो कुछ भी नहीं अभी और भी चुनाव करा लो, आएगी तो बीजेपी ही. यहां के राजनीतिक विश्लेषक कह रहे हैं. उत्तर प्रदेश के 17 निगमों में भाजपा ने जीत हासिल कर ली है. इसमें से एक था वाराणसी नगर निगम. इसको जीतना भाजपा के लिए बेहज जरूरी था.
योगी ने जो कहा वह कर दिखाया
आपको याद होगा कि चुनाव प्रचार के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि इस बार निकाय चुनाव की मॉनिटरिंग वह खुद कर रहे हैं. ऐसे में सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित हो इसके लिए वह प्रयास करेंगे. अब निगमों और पंचायतों के आ रहे परिणामों ने बता दिया है कि योगी आदित्यनाथ ने जो प्रण लिया था वह पूरा हो रहा है. इसे ऐसे भी देखा जा सकता है कि सीएम योगी ने जो कहा वह कर दिखाया है.
भाजपा के बागियों ने दिखाया अपने होने का असर
वाराणसी नगर निगम में बीजेपी ने अशोक तिवारी पर भरोसा जताया था. अशोक ने उस पर खरा उतरते हुए जीत का परचम लहराया है. इस बार वाराणसी में भाजपा से अशोक तिवारी, सपा से ओपी सिंह, कांग्रेस से अनिल श्रीवास्तव और बसपा से सुभाष चंद मांझी चुनाव मैदान में थे. ये लड़ाई काफी कठिन मानी जा रही थी. भाजपा ने कई बागियों का पत्ता पार्टी से साफ कर दिया था. ऐसे में कुछ ने निर्दलीय चुनाव लड़कर भाजपा के ही वोटबैंक में सेंध लगा दी. कुछ वार्डों में भाजपा के बागियों ने जीत दर्ज की है.