वाराणसी: 24 जनवरी को लखनऊ में उत्तर प्रदेश दिवस मनाया जाना है, इसके लिए वाराणसी में भी तैयारी शुरू हो गई है. इसी के तहत जिले के अस्सी घाट पर 'सुबह ए बनारस मंच' पर सोमवार सांस्कृतिक प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया. जिसका विषय बिरहा रहा. पूर्वांचल के कोने-कोने से लगभग 30 से अधिक बिरहा कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी.
बिरहा को समाप्त होने से बचाने का प्रयास
बिरहा एक बहुत ही प्राचीन विधा है. जिसका उद्भव बनारस से माना गया है. यही वजह है कि यहां के लोग इसे बहुत ज्यादा पसंद करते हैं. लेकिन, आधुनिकता के युग में यह कला अब धीरे-धीरे समाप्त हो रही है. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस धरोहर को बचाने का प्रयास किया है. इसलिए इस प्रकार का आयोजन किया जा रहा है. प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कलाकार 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस पर लखनऊ में कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे.
प्रतियोगिता में 30 लोगों ने लिया हिस्सा
दीपक सिंह ने बताया यूपी दिवस 24 जनवरी को मनाया जा रहा है. पूरे प्रदेश में हर विधा का प्रतियोगिता हो रहा है. बिरहा का प्रतियोगिता बनारस में हो रहा है. बिरहा के कलाकारों का गण बनारस है और यहीं बिरहा की शुरुआत हुई है. प्रतियोगिता में 30 लोगों ने हिस्सा लिया हैं. इसमें मिर्जापुर, गाजीपुर, जौनपुर, बलिया, आजमगढ़ से कलाकार शामिल होने के लिए आए हुए हैं. इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय आएगें उनको 24 जनवरी को नंदीग्राम लखनऊ भेजा जाएगा. मुख्यमंत्री उन्हें सम्मानित करेंगे. दूसरे और तीसरे नंबर पाने वाले को उसी दिन बनारस के सांस्कृतिक केंद्र से सम्मानित किया जाएगा.