छोटी सी दुकान में टूट रहें काशी की बेटी के बड़े सपने - wrestler astha
जिन्दगी का दस्तूर कभी-कभी इंसान को बैकफूट पर आने को मजबूर कर देता है. कुछ ऐसा ही देखने को मिला मोक्षनगरी वाराणसी में जहां एक बेटी की प्रतिभा पैसे की मार और जिन्दगी की अड़चनों से हार रही है. कई दंगल प्रतियोगिताओं में अपना लोहा मनवा चुकीं आस्था अपने मां के साथ फूलमाला की दुकान पर बैठने को मजबूर हैं. उनका परिवार इस प्रकार सक्षम नहीं है कि खेल के प्रति उनके लगाव में बढ़ेतरी के लिए आस्था की आर्थिक मदद कर सके.
वाराणसी : काशी की बेटियां हर तरह से मजबूत हैं और ये बात वो कदम-कदम पर साबित भी करती हैं, लेकिन कभी-कभी ज़िन्दगी इतनी कठोर हो जाती है कि बड़े-बड़े सपने भी धराशायी हो जाते हैं.अपनी छोटी सी फूलमाला की दुकान में बैठकर ऐसे ही कुछ बड़े सपने दिल मे संजो कर रखे हैं काशी की एक बेटी आस्था ने.आस्था एक रेसलर हैंऔर कई स्टेट लेवल दंगल प्रतियोगिताओं में अपने शहर बनारस के लिए कई पदक भी जीत चुकी हैंपर गरीबी के कारण कहीं न कहीं उन्हें अपने सपनों को मारना पड़ रहा है.