वाराणसी: वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण की स्थिति की समीक्षा के लिए बीएचयू कुलपति प्रोफेसर वीके शुक्ला की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई. जिसमें कुलसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी, विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, छात्रावास समन्वयक, छात्र अधिष्ठाता प्रो. एम. के. सिंह, वित्ताधिकारी डॉ. अभय कुमार ठाकुर, परीक्षा नियंता एम. के. पांडे, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. आनंद चौधरी समेत विश्वविद्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण शामिल हुए.
बीएचयू स्वास्थ्य कर्मी हो रहे हैं संक्रमित
बैठक के दौरान विभिन्न निदेशकों और संकाय प्रमुखों ने बताया कि विभिन्न विभागों में शिक्षक एवं कर्मचारी लगातार संक्रमित हो रहे हैं. उनकी संख्या बढ़ती जा रही है.संक्रमित एवं संक्रमण के जोखिम में आए छात्र-छात्राओं की संख्या में भी इज़ाफा हो रहा है. सभी ने इस पर एकमत से राय दी कि स्थिति ठीक नहीं है और इस दौरान न्यूनतम मानव सम्पर्क के साथ ही कार्यालयी कार्य सम्पन्न करने की व्यवस्था करना ही उचित होगा, जिससे सभी सुरक्षित रहते हुए कार्य कर सकें.
50% कर्मचारियों की क्षमता के साथ किया जाएगा कार्य
इस दौरान बैठक में निर्णय लिया गया कि कोविड-19 महामारी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालय के सभी कार्यालय 50% कर्मचारियों की क्षमता के साथ ही कार्य करेंगे. इस दौरान वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा दिया जाएगा. कुलपति ने कहा कि संबंधित विभागाध्यक्ष/ कंट्रोलिंग ऑफिसर अपने कार्यालय के स्टॉफ का एक रोस्टर तैयार करेंगे, जिसके तहत प्रत्येक दिन 50 प्रतिशत कर्मचारी ही कार्यालय आएंगे. ये कर्मचारी एक-एक दिन के अंतराल पर रोटेशन पद्धति पर बने रोस्टर के अनुसार उपस्थित होंगे. रोटेशन के आधार पर जिन कर्मचारियों को जिस दिन कार्यालय नहीं आना है, वे घर से ही कार्य करेंगे और फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से उपलब्ध रहेंगे.
इसे भी पढ़ें-सीएम योगी की कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव