वाराणसी: सर्व शिक्षा की राजधानी कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय में दूसरे दिन भी छात्र सड़कों पर हैं. लॉकडाउन में हॉस्टल खाली कराने से नाराज छात्रों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बिड़ला (ब) छात्रावास के बाहर धरने पर बैठे हैं. दो दिन पहले ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को हॉस्टल खाली करने का नोटिस जारी किया था. इसके बाद छात्रों से जबरदस्ती हॉस्टल खाली कराया जा रहा है.
वाराणसी: बीएचयू प्रशासन पर गंभीर आरोप, धरने पर बैठे छात्र
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में दूसरे दिन शुक्रवार को भी छात्रों का प्रदर्शन जारी है. छात्रों का कहना है कि हमारा गांव बहुत दूर है. हम अपने गांव में सुरक्षित नहीं है. इसीलिए हमें अपने हॉस्टल में रहने दिया जाए.
150 छात्र जा चुके हैं अपने घर
छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर तानाशाह रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि हम लोग यहां पर सुरक्षित हैं. हम यहां क्वारंटाइन होकर अपने शोध कार्य को पूरा कर रहे हैं. हमारा गांव बहुत दूर है. हम अपने गांव में सुरक्षित नहीं रहेंगे. इसीलिए हमें हॉस्टल में रहने दिया जाए.
चार दिनों से लगातार बीएचयू प्रशासन छात्रों से हॉस्टल खाली करा रहा है, जिसे लेकर शुक्रवार रोया छात्रावास के छात्र धरने पर बैठे थे. शनिवार को बिड़ला छात्रावास के छात्र भी धरने कर बैठ गए. लॉकडाउन में 300 से अधिक छात्र बीएचयू कैंपस के विभिन्न छात्रावासों में रहते हैं. इनमें से 150 छात्र अपने घर जा चुके हैं.