वाराणसी: दो दिवसीय दौरे पर सीएम योगी आदित्यनाथ वाराणसी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने बीएचयू के सेंट्रल ऑफिस में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को किस तरह रोका जाए इस पर बैठक की. वहीं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों का एक दल लापता छात्र के मामले में सीएम योगी से मिलने पहुंचा. पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया.
लापता छात्र के मामले में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे बीएचयू के छात्र. यह है मामला
बीएचयू के छात्रों का एक समूह फरवरी महीने से गायब बीएचयू के बीएससी के छात्र मामले में मुख्यमंत्री से मिलकर उनको ज्ञापन सौंपने जा रहे थे. पुलिस वालों ने उन्हें मौके पर रोक दिया. काफी विनती करने के बाद भी पुलिस ने मुख्यमंत्री से 30 सेकंड का समय भी छात्रों को नहीं दिया.
मुख्यमंत्री के नाम का पत्र एसीएम को सौंपा
पुलिस ने छात्रों को समझाते हुए छात्रों का ज्ञापन एसीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की बात कही. जिस पर छात्र मान गए और छात्रों ने कहा कि यह पत्र मुख्यमंत्री तक पहुंचे. जिससे एक गरीब बाप को उसका पुत्र और विश्वविद्यालय को उसका छात्र मिल सके.
हाईकोर्ट में चल रहा है मामला
बीएचयू के पूर्व छात्र एवं हाईकोर्ट में अधिवक्ता सौरभ तिवारी इस केस की पैरवी कर रहे हैं. 25 अगस्त को तारीख मिली थी. जिसके बाद हाईकोर्ट ने वाराणसी के एसएसपी को 3 सितंबर को हाई कोर्ट में तलब किया है.
छात्र शुभम तिवारी ने बताया फरवरी से गायब महामना के मानस पुत्र शिव कुमार त्रिवेदी अब तक कोई पता नहीं चल रहा है. यह बात मुख्यमंत्री के संज्ञान में आए इसलिए आज हम लोग मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने आए थे. लेकिन पुलिस के लोगों ने हमें उनसे नहीं मिलने दिया. हमने ज्ञापन संबंधित अधिकारी को सौंप दिया. हम आशा करते हैं कि इस पर कार्रवाई होगी.
गिरीश दुबे ने बताया कि बीएचयू के छात्रों के एक समूह द्वारा एक पत्र दिया गया है. जो मुख्यमंत्री के नाम से है. जिसमें विषय लिखा हुआ है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय से लापता छात्र के मामले में जांच चल रही है. प्रॉपर चैनल के माध्यम से इस पत्र को हम वहां तक पहुंचाएंगे, ताकि यह जांच और अच्छे से हो सके.