वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आईआईटीबीएचयू के कार्यक्रम में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' पहुंचे. हिंदी भाषी छात्रों के साथ हुए भेदभाव को लेकर छात्र पिछले 2 महीने से लगातार विभिन्न माध्यमों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मंत्री निशंक से आने के पहले ही शहर भर में होर्डिंग लगाए गए थे.
हिंदी भाषी छात्रों नेकुलपति के खिलाफ लगाए नारे आईआईटी बीएचयू के कार्यक्रम में बीएचयू के छात्र विश्वविद्यालय आ रहे एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल को अपना ज्ञापन देने पहुंचे. इस दौरान सुरक्षाकर्मी और छात्रों के बीच जमकर नोक-झोंक हुई. छात्रों ने मानव संसाधन मंत्री के सामने कुलपति के खिलाफ नारे लगाए.
छात्रों ने हिंदी भाषा में हो रहे भेदभाव के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की. इस पूरे मामले में घंटों इंतजार कराने के बाद भी मानव संसाधन मंत्री ने मीडिया से बात नहीं की, बल्कि आईआईटीबीएचयू के सुरक्षाकर्मियों ने मीडिया को रोक दिया.
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छात्र अभिषेक सिंह ने बताया कि पिछले दिनों से लगातार विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार हो रहा है. हिंदी शोधार्थियों के साथ और हिंदी भाषी छात्रों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय का छात्र यह कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. आज हम लोगों ने निशंक जी को ज्ञापन सौंपा है. हम उनको अवगत कराना चाहते हैं कि विश्वविद्यालय में किस तरह का माहौल है. हम चाहते हैं कि वे इस मामले में जांच कराएं. जल्द से जल्द इसका निर्णय आए.