उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

गौ पूजन कर छात्रों ने बीफ के प्रश्न पत्र का किया विरोध, दोषियों को बर्खास्त करने की मांग

By

Published : Nov 2, 2022, 12:42 PM IST

वाराणसी में गोपाष्टमी के अवसर पर फिर से बीफ के प्रश्न पर छात्रों के विरोध की एक अनोखी तस्वीर सामने आई. छात्रों ने गौ पूजन कर कहा कि महामना गौ भक्त थे. उनके द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय में बीफ पर सवाल बनाना और पठन-पाठन कराना उनके मूल्यों के विरोध में है. इसलिए हम छात्रों ने इस कोर्स को समाप्त करने की मांग की है.

Etv Bharat
छात्रों ने बीफ के प्रश्न पत्र का किया विरोध

वाराणसी: महामना की बगिया काशी हिंदू विश्वविद्यालय इन दिनों विवादों के घेरे में है. एक तरफ फीस वृद्धि को लेकर छात्र आंदोलन कर रहे हैं तो वहीं, दूसरी ओर प्रश्न पत्र में बीफ को लेकर पूछे गए सवाल का मामला अभी तक शांत नहीं हुआ है. मंगलवार शाम गोपाष्टमी को लेकर विश्वविद्यालय में छात्रों ने गौ पूजन कर बीफ को लेकर पूछे गए सवाल पर विरोध दर्ज कराया. छात्रों ने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में महामना के मूल्यों के विपरीत शिक्षा को हम स्वीकार नहीं करते हैं.

बता दें कि बीते 20 अक्टूबर को बीएचयू में बैचलर ऑफ वोकेशनल कोर्स के कैटरिंग टेक्नोलॉजी एवं होटल मैनेजमेंट का एक पेपर वायरल हुआ था. इसमें बीफ को लेकर तीन सवाल पूछे गए थे. इसमें बाकायदा बीफ के वर्गीकरण को लेकर भी प्रश्न किया गया था. इन सवालों पर आपत्ति जताते हुए छात्रों ने इसका विरोध करते हुए वाइस चांसलर को पत्र लिखकर इसकी शिकायत भी की थी. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से भी स्पष्टीकरण जारी किया गया था.

छात्रों ने दी जानकारी
इसे भी पढे़-बीफ मामले में BHU प्रशासन का स्पष्टीकरण, कहा सवाल सिलेबस का था हिस्सा

गौ पूजन कर छात्रों ने बीफ के प्रश्न को लेकर किया विरोध

गोपाष्टमी के अवसर पर फिर से विरोध की एक अनोखी तस्वीर नजर आई, जब छात्रों ने परिसर में मौजूद गौशालाओं में गाय की पूजा कर अपना बयान और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया. इस दौरान छात्रों ने बाकायदा गौ माता की पूजा की. छात्रों ने कहा कि महामना गौ भक्त थे. उनके द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय में बीफ पर सवाल बनाना, पठन-पाठन कराना उनके मूल्यों के विरोध में है. इसलिए छात्रों ने इस कोर्स को समाप्त करने की मांग की है.


एपीआरओ को बर्खास्त करने की उठाई मांग

छात्र ने जन सूचना अधिकारी चंद्रशेखर पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वह एपीआरओ हैं. उनके जरिए दिया गया बयान धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है. वह खुद ही इस कोर्स में गेस्ट शिक्षक भी हैं. ऐसे में उनको तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करते हुए कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. यदि विश्वविद्यालय हमारी मांगों को नहीं मानेगा तो हम आंदोलन करेंगे.

यह भी पढ़े-जानिए क्यों BHU के विद्यार्थियों ने भैंस के आगे बजाई बीन

ABOUT THE AUTHOR

...view details