वाराणसीःबीएचयू में लगातार लापरवाही के मामले को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिनों पहले बीएचयू के सेंट्रल ऑफिस में कोरोना इलाज को लेकर बैठक की थी, जहां उन्होंने सख्त निर्देश दिए थे कि मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो. बता दें कि इससे पहले भी दो मरीज अस्पताल से गायब हो चुके हैं.
ताजा मामला जिले के रोहनिया थाना अंतर्गत मिसिरपुर निवासी 62 वर्षीय कोरोना मरीज के लापता होने का सामने आया है, जिसके बाद से ही परिजन काफी परेशान हैं. अस्पताल के मुताबिक 1:30 बजे मरीज को डिस्चार्ज किया गया है. मरीज के परिजन जब उनको लेने आए तभी से वह लापता है. इस घटना के बाद से गुस्साए परिजन अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए बीएचयू के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए.
बीएचयू के लापरवाही के अन्य मामले
पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले बीएचयू का कोविड-19 अस्पताल में लापरवाही का यह कोई नया मामला नहीं है. इससे पहले भी अस्पताल से मरीज लापता हुए हैं और साथ ही शव की अदला-बदली का मामला भी सामने आ चुका है. वहीं कुछ समय पहले ही एक व्यक्ति का ऑडियो वायरल हुआ था, जिसके 24 घंटे बाद उसकी मौत हो गई थी.
अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें कई घंटों तक कोविड-19 मरीज को अस्पताल के बाहर ही इंतजार करना पड़ा था. सीएम योगी जब कोविड-19 के इंतजामों को लेकर बैठक कर रहे थे तो उस वक्त भी एक महिला ने अस्पताल में भर्ती अपने बेटे की तबीयत खराब और अस्पताल की लापरवाही की बात को सबके सामने उजागर किया था, जिसके बाद कोरोना मरीज और परिजनों ने कोविड-19 वार्ड में तोड़फोड़ की थी.
अभी कुछ दिनों पहले ही लावारिस अवस्था में ट्रामा सेंटर के बाहर पीपीई किट मिली थी. इसके साथ ही कोविड-19 अस्पताल की चौथी मंजिल से कूदकर एक मरीज भी फरार हो गया था, जो कि 24 घंटे बाद मिला था. इसको लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा भी काटा था, जिस पर जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए थे.