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Published : May 5, 2021, 5:22 AM IST

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बीएचयू प्रशासन ने छात्रों से खाली करवाया हॉस्टल, ये है कारण

वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय के रानी लक्ष्मीबाई हॉस्टल को बीएचयू प्रशासन द्वारा खाली कराया गया. हॉस्टल ने 1000 बेड का अस्थाई कोविड अस्पताल बनाने का फैसला लिया है. जिसके तहत छात्रों को हॉस्टल से निकाला गया.

काशी हिंदू विश्वविद्यालय.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय.

वाराणसी:काशी हिंदू विश्वविद्यालय के रानी लक्ष्मीबाई हॉस्टल को बीएचयू प्रशासन द्वारा खाली कराया गया. वार्डन और सुरक्षाकर्मियों के साथ बीएचयू प्रशासन ने ताले तोड़कर हॉस्टल को खाली कराया. हॉस्टल में रह रहे छात्रों और बीएचयू सुरक्षाकर्मियों से हॉस्टल खाली कराए जाने के लिए काफी देर तक बहस हुआ. हॉस्टल में रहने वाले छात्रों का तर्क है कि महामारी के बीच वे कहां जाएं.

यह है मामला
देश में वैश्विक महामारी कोरोना को बढ़ता देख वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कुछ दिन पहले मीटिंग की थी. मीटिंग के बाद बीएचयू के एमपी एटर मैदान में 1000 बेड का अस्थाई कोविड-19 हॉस्टल बनाने का निर्णय लिया गया. जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है. हॉस्पिटल में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को 200 कमरे का हॉस्टल भी दिया जाएगा.

बोले चीफ प्रॉक्टर
चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर आनंद चौधरी ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई हॉस्टल जो अभी अर्ध निर्मित है. जिसमें 200 कमरे हैं. उसे प्रशासन को दिया गया है. इसमें वह स्वास्थ्य कर्मी रहेंगे जो डीआरडीओ द्वारा बनाए जा रहे और अस्थाई अस्पताल में कार्य करेंगे. यह हॉस्टल किसी भी छात्र को अलॉट नहीं है. आज से 1 वर्ष पूर्व छात्रों को अस्थाई रूप से कुछ महीने रहने के लिए हॉस्टल दिया गया था. बाकी सब छात्रों को हॉस्टल अलाट होने के बाद सब चले गए. कुछ छात्र थे जिनको जिला प्रशासन के कागज दिखाए गए तो छात्रों द्वारा स्वयं हॉस्टल छोड़ दिया गया.

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