वाराणसी: होली का मौका हो और हंसी-ठिठोली के साथ ठंडाई का मजा ना मिले तो होली कुछ फीकी लगती है. जब होली पर ठंडाई के साथ भांग का सुरूर सिर चढ़ जाए तब होली का एक अलग ही मजा मिलता है. इसका असली मजा आपको बनारस की गलियों में, सड़कों पर और हर मोड़ पर आसानी से मिल जाएगा. जी हां होली के मौके पर बनारस की ठंडाई और इसे लेकर लोगों का दीवानापन बढ़ चुका है. दूर-दूर से ठंडाई के दीवाने बनारस पहुंचकर होली और ठंडाई दोनों का आनंद ले रहे हैं. आप भी जानिए बनारसी ठंडाई क्या है...
बनारसी ठंडाई लगाएगी होली की मस्ती में चार चांद - बनारस की होली
होली में रंगों के साथ ठंडाई का मजा भी जरूरी होता है. होली में भांग मिली ठंडाई का मजा सबको दीवाना कर देता है, और अगर उसमें कहीं बनारस का तड़का लग जाए तो मजा ही आ जाए. आज हम आपको बताएंगे कि कैसे बनारस के घाट के साथ बनारस की भांग लोगों को कैसा अपना दीवाना बनाती है और कैसे लोग उसके पास खींचे चले आते हैं.
काशी और ठंडाई दोनों हैं विशेष
काशी अविनाशी है और इस अविनाशी काशी में बाबा भोले की बहुत सी प्रिय चीजें भक्तों को भी अति प्रिय हैं. इनमें से एक है बनारसी ठंडाई. काजू, बादाम, पिस्ता, खरबूजे का बीज, लौंग, इलायची, काली मिर्च, केसर, दूध, मलाई इन सब पौष्टिक चीजों से तैयार होने वाली ठंडाई का मजा होली पर एक अलग ही रूप में मिलता है. बनारस की गलियों में आज भी सैकड़ों साल पुरानी ठंडाई की दुकानें हैं. यहां की ठंडाई बनाने की रेसिपी और लोगों को इसे परोसने का अंदाज भी बिल्कुल निराला होता है.
भांग व ठंडाई बेचने वाले ललित बताते हैं कि इन चीजों को तैयार करना इतना आसान नहीं है. भांग को 2 दिन पहले ही भिगोकर निकालने के बाद उसके बीज हटाकर साफ पानी से कई बार धोना पड़ता है. यही प्रक्रिया खरबूजे के बीज सहित अन्य ड्राइफ्रूट्स के साथ भी करनी पड़ती है. इसके बाद इन दोनों चीजों को सिलबट्टे पर पीसना होता है. इसके बाद ठंडाई बनाने के लिए भी तैयार मटेरियल को चीनी मिश्रित दूध, क्रीम और केसर का इस्तेमाल कर कुल्हड़ में बनाया जाता है. इतनी चीजों के मिश्रण के बाद बनारस की ठंडाई तैयार होती है.
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फागुन की मस्ती और ठंडाई का मजा
होली के मौके पर बनारस की ठंडाई का मजा लेने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं. मुंबई से पहुंचे युवकों का कहना है कि अब तक सिर्फ यूट्यूब पर या अखबारों में ठंडाई के बारे में सुना था, लेकिन इस बार मौका मिला है और बनारस आए हैं. ठंडाई का आनंद लेकर होली का मजा ले रहे हैं और एक बार ठंडाई पीने के बाद इसकी लत ही लग गई है. वहीं बनारस के रहने वाले लोग इस ठंडाई को बनारसीपन का सबसे मजबूत स्तंभ मांगते हैं. लोगों का कहना है कि फागुन के महीने में वैसे भी मौसम मदमस्त करने वाला होता है. उस पर जब ठंडाई के साथ भांग का मजा मिल जाए तो क्या कहने हैं.