वाराणसी: जनपद सहित प्रदेश के चिकित्सालयों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर जन औषधि केन्द्र, मरीजों को सस्ती दरों पर बेहतर दवाएं उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. यह बातें डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहीं. इसी क्रम में सोमवार को प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं चार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जन औषधि केन्द्रों का शुभारंभ किया गया. इन जन औषधि केन्द्रों का संचालन सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, पीएचसी बड़ागांव, पीएचसी चिरईगांव, पीएचसी पिंडरा और पीएचसी हरहुआ में सोमवार से प्रारम्भ कर दिया गया है. यहां स्थानीय लोगों को 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती और अच्छी दवाएं मिलेंगी.
वाराणसी में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक
उप मुख्यमंत्री ने सोमवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में आयोजित प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के अंतर्गत सीएचसी-पीएचसी के जन औषधि केन्द्रों के शुभारंभ समारोह में शामिल हुए. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद में पहले से ही पाँच सरकारी चिकित्सालयों में जन औषधि केन्द्रों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है. जल्द ही जनपद के समस्त शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं सीएचसी हाथी बाजार (सेवापुरी) व सीएचसी मिसिरपुर (काशी विद्यापीठ) में जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त जनपदों के चिकित्सालयों और स्वास्थ्य केन्द्रों की मांग पर जन औषधि केन्द्रों में 1759 उच्च गुणवत्तायुक्त दवाएं एवं 280 सर्जिकल उपकरण उपलब्ध कराये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से हर किसी को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाइयाँ सहजता से उपलब्ध हों, इसके लिए सरकार, पूरे प्रदेश में जन औषधि केन्द्रों को खोले जाने का अभियान चला रही है.
वहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सोमवार को दीनदयाल हस्तकला संकुल में आयोजित आयुर्योग एक्सपो के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. अपने संबोधन में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आयुर्वेद और योग की महत्ता को बताते हुए कहा कि हमारी विरासत और संस्कृति इतनी प्राचीन है कि दुनिया में जब भी चिकित्सा की चर्चा होगी तो भारतवर्ष से ही शुरुआत होगी.
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने जब से सत्ता संभाली हमारी पुरातन की अच्छी चीजों को आगे बढ़ाने का कार्य किया. योग उन्हीं की बदौलत पूरे विश्व में फैला. संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी योग को वैश्विक मान्यता दी है. इस कार्यक्रम में आयुर्वेद और योग विषय पर सार्थक चर्चा हुई है. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को पहले बीमारू राज्य माना जाता था, इसकी छवि अच्छी नहीं थी परंतु विगत 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश की स्थिति बदल दी गई है.
वाराणसी में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak in Varanasi) ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश सबसे अधिक हाईवे वाला राज्य बना बन गया है. अब पंचायत भवन डीएम कार्यालय जैसे दिखने लगे हैं. स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी निरंतर सुधार हो रहा है. हम आयुर्वेद के क्षेत्र में भी मिलकर कार्य करेंगे. आयुर्वेद और योग के बारे में यहां पर जो भी रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए गए हैं. हम उनको मंगा कर उत्तर प्रदेश की जनता के लिए क्या कर सकते हैं. हम इस पर मंथन करेंगे और उसको अमल में लाएंगे. उप मुख्यमंत्री ने वहां पर उपस्थित सभी लोगों से अपनी दैनिक दिनचर्या सुधारने और आयुर्वेद और योग को अमल में लाने की अपील की.
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