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Published : Aug 21, 2021, 3:55 PM IST

Updated : Aug 21, 2021, 4:01 PM IST

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बनारस के बड़ागांव प्राथमिक उपकेंद्र को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए मिला पहला स्थान

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि बड़ागांव को इस बार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए सर्वाधिक अंक (92.25 प्रतिशत) प्राप्त हुआ है. लगातार पांचवीं बार कायाकल्प अवार्ड मिला है. इसी के साथ नीति आयोग के ब्लॉक सेवापुरी व पिंडरा पीएचसी की भी मेहनत रंग लाई और इस बार उसे कायाकल्प का पहला पुरस्कार मिला है.

बनारस के बड़ागांव प्राथमिक उपकेंद्र को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए मिला पहला स्थान
बनारस के बड़ागांव प्राथमिक उपकेंद्र को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए मिला पहला स्थान

वाराणसी:जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के स्तर में लगातार सुधार आ रहा है. राजकीय चिकित्सालयों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र भी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कराने में जुटे हैं. इसके चलते राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) के अंतर्गत कायाकल्प कार्यक्रम में वर्ष 2020-21 के लिए जनपद की आठ स्वास्थ्य इकाइयों ने कायाकल्प पुरस्कार हासिल किया है.

इस क्रम में बड़ागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ने प्रदेश में सर्वाधिक अंक (92.25%) हासिल कर सर्वश्रेष्ठ पीएचसी का स्थान प्राप्त किया है. वहीं, नीति आयोग से आदर्श ब्लॉक सेवापुरी पीएचसी व पिंडरा पीएचसी को वर्ष 2020-21 के लिए पहली बार कायाकल्प अवार्ड मिला है.


इन मानकों के आधार पर हुई रेटिंग

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि जनपद की स्वास्थ्य इकाईयों पर बेहतर व आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं. इसी का परिणाम है कि इस बार जनपद की एक साथ आठ स्वास्थ्य इकाइयों को कायाकल्प पुरस्कार हासिल हुआ है. डॉ. शशिकांत उपाध्याय ने कहा कि चिकित्सा इकाइयों और स्वास्थ्य केंद्रों का नामांकन आंतरिक, सहकर्मी एवं बाहरी मूल्यांकन के अंतर्गत तीन चरणों मे किया जाता है.

इन चरणों के माध्यम से सभी बिंदुओं जैसे - स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, समर्थन तथा स्वच्छता को बढ़ावा देना, मरीजों के साथ स्टाफ का सकारात्मक व्यवहार आदि पर स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया जाता है. इसमें आंतरिक मूल्यांकन का निरीक्षण स्थानीय टीम दवारा, सहकर्मी मूल्यांकन का निरीक्षण राज्य स्तरीय टीम द्वारा किया जाता है.

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पांचवीं बार मिली उपलब्धि

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने कहा कि बड़ागांव को इस बार प्रदेश में सर्वाधिक अंक (92.25 प्रतिशत) हासिल करने का गौरव प्राप्त हुआ है. लगातार पांचवीं बार कायाकल्प अवार्ड मिला है. इसी के साथ नीति आयोग के ब्लॉक सेवापुरी व पिंडरा पीएचसी की भी मेहनत रंग लाई और इस बार उसे कायाकल्प का पहला पुरस्कार मिला है.

कायाकल्प कार्यक्रम के तहत वर्ष 2020-21 के लिए जनपद की आठ स्वास्थ्य इकाइयों यथा बड़ागांव पीएचसी (92.25%), सेवापुरी पीएचसी (77.70%), पिंडरा पीएचसी (72.7%), हरहुआ पीएचसी (73.85%), सीएचसी चोलापुर (88.8%), नगरीय पीएचसी मंड़ुआडीहा, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय व एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय को कायाकल्प अवार्ड मिला है.

उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर चयनित हुई 295 पीएचसी में से बड़ागांव पीएचसी को सर्वश्रेष्ठ पीएचसी का स्थान मिला है. वहीं, चोलापुर सीएचसी ने प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ सातवीं सीएचसी का स्थान हासिल किया है. बड़ागांव पीएचसी, चोलापुर सीएचसी व डीडीयू राजकीय अस्पताल को लगातार पांचवीं बार यह पुरस्कार मिला है. वहीं मंड़ुआडीहा नगरीय पीएचसी को लगातार दूसरी बार यह अवार्ड मिला है.

सीएम योगी ने भी लिया है एक पीएचसी गोद

डॉ. सोलंकी ने बताया कि जनपद की स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए बड़ागांव पीएचसी को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन (एनक्वास) के लिए चुना गया है, जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर इसका फ़ाइनल असेस्मेंट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा गोद लिए गए सीएचसी हाथी बाजार की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ व बेहतर किया जा रहा है ताकि वर्ष 2021-22 में सीएचसी हाथी बाजार को भी कायाकल्प का सर्वश्रेष्ठ अवार्ड मिल सके.

Last Updated : Aug 21, 2021, 4:01 PM IST

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