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बनारस की इस मुस्लिम महिला ने प्रधानमंत्री मोदी पर पूरी की अपनी पीएचडी, नौ साल तक किया शोध - नजमा परवीन पीएचडी

वाराणसी में लमही की रहने वाली मुस्लिम महिला (Muslim woman from Lamhi) ने नौ वर्षों के शोध के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पर अपनी पीएचडी पूरी कर ली. 2014 में इन्होंने अपना शोध कार्य शुरू किया था.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 4, 2023, 4:58 PM IST

वाराणसी :लमही की रहने वालीं मुस्लिम महिला नजमा परवीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी रिसर्च पूरी की है. नजमा का दावा है कि वह देश की पहली ऐसी मुस्लिम महिला हैं, जिन्होंने पीएम मोदी पर अपनी रिसर्च कंप्लीट की है. नजमा पिछले नौ साल से पीएम मोदी पर पीएचडी कर रही थीं.

नजमा ने 2014 में शुरू किया था प्रधानमंत्री पर शोध

ईटीवी भारत से फोन पर हुई बातचीत में नजमा परवीन ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपना शोध अध्ययन 2014 में शुरू किया था. राजनीति विज्ञान विषय के अंतर्गत उनका टॉपिक नरेंद्र मोदी का राजनीतिक नेतृत्व - एक विश्लेषणात्मक अध्ययन ( 2014 के लोकसभा में चुनाव के विशेष संदर्भ में ) था. जिसे 2014 में शुरू करके 1 नवंबर 2023 को पूरा किया. यह शोध कार्य काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर संजय श्रीवास्तव के निर्देशन में पूरा हुआ है.

वाराणसी की नजमा परवीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी रिसर्च पूरी की है.

इन प्रमुख पांच बिंदुओं को शोध में किया शामिल

नजमा के शोध में प्रमुख तौर पर पांच विषय हैं. इनमें कांग्रेस की सत्ता और वंशवाद से मुक्ति, प्रधानमंत्री मोदी का राजनीतिक जीवन, गुजरात में बतौर मुख्यमंत्री, विपक्ष के आरोपों और आलोचनाओं का दौर, जनता और मीडिया का सहयोग. इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए होने के नाते प्रधानमंत्री मोदी के प्रति मुस्लिम समाज का नजरिया. नजमा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संपूर्ण जीवन उन्हें काफी प्रभावित करने वाला लगा था.

नजमा ने कहा- मोदी ने राष्ट्र के लिए समर्पित किया जीवन

नजमा कहती हैं, बीते 70 से 75 सालों में मोदी एक ऐसे राजनेता लगे, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया. उन पर कई आरोप लगे. एक विशेष धर्म के लोगों के खिलाफ होने का भी उन पर आरोप लगाया गया, लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए बिना भेदभाव के सभी वर्ग जाति और धर्म के लोगों का विकास किया. इसी दौर में चुनौतियों का सामना करते हुए वह भारत के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार भी बने.

फर्क नहीं पड़ता अगर आलोचना होती है

नजमा ने इस रिसर्च को पूरा करने के बाद कहा कि पॉलिटिकल साइंस विषय होने के नाते मुझे एक राजनेता को शोध अध्ययन के तौर पर चुनना था और इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुना. इस बात का हमें बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता कि इससे मेरी आलोचना होती है या मैं किसी भी राजनीतिक पार्टी के निशाने पर होती हूं. प्रधानमंत्री मोदी हमारे आदर्श हैं और मैं मानती हूं कि आने वाले समय में उनके नेतृत्व में भारत हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर होगा.

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