वाराणसी : बनारस इंटरसिटी एक्सप्रेस में देर रात कुछ बदमाश घुस आए और एक महिला बैग छीन कर भाग निकले. महिला के बैग में उसके गहने और 7 हजार नकद थे. हांलाकि महिला ने अपने पर्स को बचाने के लिए काफी साहस दिखाया लेकिन अचानक पर्स का हैंडल यानी फीता टूट गया जिससे बदमाश बैग लेकर भागने में सफल हो गए. घटना की सूचना 112 नंबर पर पुलिस कंट्रोल को दी गई. जीआरपी तहरीर के आधार पर घटना की जांच में जुटी.
लोहता के भिटारी क्षेत्र निवासी सतीश तिवारी ने बताया कि दुल्लहपुर स्थित पैतृक गांव में 21 अप्रैल को उनके चचेरे भाई की शादी थी. जहां से उनकी पत्नी किरण तिवारी दो अपने बच्चों के साथ बीती रात लौट रही थी. बनारस इंटरसिटी एक्सप्रेस के डी-6 कोच के 28,29 और 30 नंबर सीट पर उनका परिवार सफर कर रहा था. सतीश कैंट स्टेशन पर पत्नी और बच्चों का इंतजार कर रहे थे. ट्रेन रात में वाराणसी स्टेशन से प्रस्थान हुई और महज दो सौ मीटर ही गई होगी तभी दो युवकों ने महिला के बैग पर झपट्टा मार दिया. देर रात होने के कारण बोगी में सभी लोग सोए थे जिसके कारण शांति छाई हुई थी.
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बदमाशों ने ट्रेन के खाली होने का फायदा उठाया :बोगी के कंपार्टमेंट में किरण और उनके बच्चों के अलावा कोई नहीं था. जिसका फायदा उठाते हुए बदमाशों ने पर्स पर झपट्टा मार दिया. ट्रेन की गति धीमी होने पर एक युवक पहले बाहर कूद गया. जबकि दूसरा पर्स लेकर बाई तरफ भागने लगा. आंख खुलते ही महिला ने अपना पर्स दबोच लिया. पीड़िता ने इसका जमकर विरोध किया और शोर मचाया. छीना-झपटी के बीच वह दरवाजे तक घिसटती हुई चली गई. यहां तक कि उसके शरीर का आधा हिस्सा भी बाहर चला गया लेकिन तभी पर्स की रस्सी यानि हैंडल टूट गया जिससे बदमाश बैग लेकर भागने में कामयाब हो गए.
सुरक्षाकर्मी दूसरे बोगियों में थे: घटना के दौरान सुरक्षाकर्मी ट्रेन की दूसरी बोगियों में चक्कर काट रहे थे. बदमाशों ने इसका पूरा फ़ायदा उठाया. पीड़िता किरण तिवारी के अनुसार पर्स में एक हार, एक मंगलसूत्र, दो अंगूठी, एक जोड़ी झुमका, पायल और सात हज़ार रुपए नकदी रखे थे. आभूषण की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपए बताई जा रही है. महिला ने वाराणसी सिटी जीआरपी चौकी प्रभारी को तहरीर दी. जीआरपी ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है.
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