काशी हिन्दू विश्वविद्यालय: धरने पर बैठे राजा राममोहन राय छात्रावास के स्टूडेंट्स, ये है वजह - Banaras Hindu University Students Protest
गुरुवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University ) के छात्र पर बैठ गये. राजा राममोहन राय छात्रावास के छात्र वार्डन को हटाने की मांग कर रहे हैं.
वाराणसी:गुरुवार शाम सेकाशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र धरने (Banaras Hindu University Students Protest) पर बैठे हुए हैं. ये सभी छात्र राजा राममोहन राय छात्रावास (Raja Ram Mohan Roy Hostel) के हैं. इनका आरोप है कि छात्रावास के मेस में न तो अच्छा खाना मिल रहा है और न ही पीने को साफ पानी दिया जा रहा है. छात्रों का आरोप है कि हमने वार्डन से इस संबंध में बात की, लेकिन उनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इससे नाराज छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. छात्र वार्डन को हटाने की मांग कर रहे हैं.
राजा राममोहन राय छात्रावास के छात्र कुलपति आवास के बाहर बैठकर सामूहिक रूप से नारेबाजी कर रहे हैं. उनका ये प्रदर्शन मेस की अव्यवस्थाओं को लेकर है. प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि छात्रावास में बच्चों के साथ तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है. छात्रों को न तो अच्छा खाना मिल रहा है और न ही पीने को साफ पानी. इतना ही नहीं इन छात्रों का आरोप है कि पहले यहां पर दो मेस चल रहे थे, जिसमें से एक को बंद कर दिया गया है.
500 छात्रों को सही से नहीं मिल रहा खाना:छात्रों का आरोप है कि इस संबंध में उन्होंने वार्डन प्रोफेसर अमरनाथ पासवान से शिकायत की थी, लेकिन इस संबंध में उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही अब इसपर कोई चर्चा कर रहे हैं. मेस में व्यवस्था खराब होने के कारण छात्र अच्छा खाना नहीं खा पा रहे हैं. साफ पानी न मिलने से भी छात्र काफी परेशान हैं. छात्रों का दावा है कि हॉस्टल में मौजूद 500 छात्रों को सही से खाना नहीं मिल पा रहा है. इसी से परेशान होकर सभी छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं और वार्डन को पद से हटाने की मांग कर रहे हैं.
4 महीने पहले मिला था आश्वासन:राजा राममोहन राय हॉस्टल के छात्रों का आरोप है कि हॉस्टल में वाटर कूलर भी खराब है. इसे लेकर भी कई बार शिकायत की गई है, लेकिन हमारी बात कोई सुनने को तैयार नहीं है. उनकी मांगों को लेकर 4 महीने पहले आश्वासन मिला था. आरोप है कि अभी तक उन मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया है. वहीं धरने पर बैठे छात्रों को समझाने के लिए डीन ऑफ स्टूडेंट प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम मौजूद है. छात्रों की एक ही मांग है कि वार्डन को हटाया जाए. हॉस्टल की सुविधाओं को सही किया जाए.
काशी विद्यापीठ में NSUI के छात्रों ने निकाला जुलूस:वहीं दूसरी तरफ महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में NSUI के कार्यकर्ताओं द्वारा मणिपुर हिंसा में मृतकों की आत्मा के शांति के लिए कैंडल मार्च और मशाल जुलूस निकला जा रहा था. छात्रों के इस मशाल जुलूस को विश्वविद्यालय परिसर में ही प्रॉक्टोरियल बोर्ड और पुलिस प्रशासन द्वारा रोक दिया गया. रोके जाने के बाद NSUI के छात्रों ने जमकर नारेबाजी कर विरोध किया. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन और प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने उनके साथ हाथापाई की है. उनके बैनर, पोस्टर, कैंडल और मशाल को भी छीन लिया.
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