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कड़ाके की ठंड से ठिठुर रहा बनारस, आप भी जानिए क्या है रैन बसेरों का हाल - night shelter in cantt area

वाराणसी में रैन बसेरों का हाल जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने महिला यात्रियों से बात की. उन्होंने कहा कि यहां सर्दी से बचने के लिए उचित व्यवस्था है. लेकिन मूलभूत सुविधाओं की कमी है.

रैन बसेरों का हाल
रैन बसेरों का हाल

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Published : Dec 31, 2022, 2:08 PM IST

आप भी जानिए वाराणसी के रैन बसेरों का हाल

वाराणसी:उत्तर भारत को जहां ठंड ने अपने आगोश में ले लिया है, तो वहीं, वाराणसी भी अब इससे अछूता नहीं है. जी हां सुबह शाम जहां कोहरे की धुंध छाई हुई है तो शहर में कड़ाके की ठंड भी देखने को मिल रही है. जिससे लोग काफी परेशान भी हैं. ऐसे में ठंड से बचने के लिए नगर निगम ने रैन बसेरों की व्यवस्था (provision of night shelters) की है. ताकि लोग सर्द रात में बाहर सोने को मजबूर न हो. रैन बसेरों की बात करें तो शासन के निर्देश पर वाराणसी नगर निगम (Varanasi Municipal Corporation) में कुल 22 रैन बसेरा बनाए हैं. जिनमें से 12 स्थाई है तो वही 10 अस्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं.

रैन बसेरा

जानकारी के मुताबिक, सभी रैन बसेरों में लगभग 45 चारपाई, 45 रजाई ,45 गद्दे और तकिए की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही महिला, पुरुष, परिवार के लिए अलग-अलग रैन बसेरों को बनाया गया है. कैंट इलाके की बात करें तो यहां पर यात्रियों के आवागमन को देखते हुए 6 रैन बसेरे बनाए गए, जिससे लोग खुले आसमान के नीचे न सोए.

रैन बसेरा की व्यवस्थाएं

वहीं, नगर निगम द्वारा बनाये गए रैन बसेरों की हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम वाराणसी के कैंट इलाके (Cantt area of ​​Varanasi) में बने महिला रैन बसेरे में पहुंची. जहां रैन बसेरे में मौजूद महिलाओं ने बताया कि यहां सर्दी से बचने के लिए उचित व्यवस्था है. लेकिन मूलभूत सुविधाओं की कमी है. महिलाओं ने बातचीत में बताया कि चारपाई, गद्दा, रजाई इत्यादि की व्यवस्था है. लेकिन पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है. जिसकी वजह से उन्हें खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

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