वाराणसी: स्वास्थ्य विभाग सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने का दावा कर रहा है, लेकिन हर दिन विभाग के मातहतों की लापरवाही भी सामने आ रही है. जिले के सारनाथ थाना क्षेत्र के सतवा गांव में खेत से काफी संख्या में एंटीबायोटिक इंजेक्शन और दवाएं बरामद हुई हैं. यह सभी इंजेक्शन प्रयोग में लाने लायक हैं, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण यह खेत में फेंके हुए मिले.
स्थानीय ने ट्वीट कर दी सूचना ग्रामीणों ने खेत में फेंकी हुई दवा देखी तो एक्सपायरी होने की आशंका में अनदेखा कर दिया. वहीं, बाद में जब कुछ लोगों ने करीब से देखा तो सभी दवाएं प्रयोग करने लायक थीं. इसके बाद गांव के एक ग्रामीण ने ट्वीट के माध्यम से इसकी सूचना पुलिस को दी.
पतेराव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की हैं दवाएं
इस बाबत थाना प्रभारी भूपेश कुमार राय ने बताया कि स्थानीय लोगों द्वारा सूचना मिली की सतवा गांव में एक खेत में काफी संख्या में एंटीबायोटिक इंजेक्शन पड़े हुए हैं. मौके पर जाकर छानबीन की गई तो पता चला कि यह दवाएं पतेरवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की हैं. देर रात होने के कारण इन दवाओं की डिलीवरी लेने के लिए जब कोई व्यक्ति बाहर नहीं आया तो डिलीवरी करने आए शख्स ने इन दवाओं को बाहर फेंक दिया. स्वास्थ्य विभाग को सूचना दे दी गई है. एफआईआर के बाद इन सभी दवाओं को स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर कर दिया जाएगा.
पढ़ें:उत्तर प्रदेश में दम तोड़ रहा कोरोना संक्रमण, रिकवरी रेट 92 फीसदी
सवालों के घेरे में स्वास्थ्य विभाग
वर्तमान महामारी के दौर में एक तरफ दवाओं के लिए मारामारी है तो वहीं दूसरी ओर शासन-प्रशासन की ओर से सरकारी अस्पतालों को ही जरूरी दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. ऐसे में एंटीबायोटिक इंजेक्शन की बड़ी खेप खेत में मिलना स्वास्थ्य विभाग के ऊपर सवाल उठा रहे हैं.