वाराणसी: बीएचयू के दर्शन एवं धर्म विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद के चयन प्रक्रिया पर अभ्यर्थियों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. बीएचयू द्वारा 5 असिस्टेंट प्रोफेसरों के पद के लिए कुल 69 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था. इनमें एक सामान्य, एक ओबीसी, एक आर्थिक रूप से कमजोर जनरल कैटेगरी और दो अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए पद शामिल थे. वहीं एक अभ्यर्थियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीएचयू के कुलपति से की है.
डॉ. जयंत उपाध्याय ने बताया कि दर्शन एवं धर्म विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए जो इंटरव्यू लिया गया उसमें वह अभ्यर्थी के रूप में शामिल हुए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इंटरव्यू में जिस तरह का व्यवहार किया गया वह पूरी तरह से अनैतिक था. उन्होंने नियुक्ति प्रक्रिया में भ्रष्टाचार होने की बात भी कही. जयंत उपाध्याय ने बताया कि 20 अभ्यर्थियों का इंटरव्यू बचा हुआ था, इससे पहले ही बाहर से आए एक्सपर्ट वहां से चले गए और उन्होंने इंटरव्यू का क्रम पूरा नहीं किया. इसके बाद 11 बजे के करीब कुलपति महोदय भी साक्षात्कार छोड़कर चले गए.