वाराणसी: भारतीय जनता पार्टी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के साथ ही विधानसभा चुनावों में गुजरात मॉडल की तर्ज पर यूपी के विकास मॉडल में बनारस को ऊपर रखकर काम करना चाह रही है. जहां सबसे टॉप पर विश्वनाथ धाम होने वाला है. 600 करोड़ से ज्यादा की लागत से तैयार हो चुके विश्वनाथ धाम का 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन करने वाले हैं. इसे लेकर बीजेपी पूरी तैयारी कर बैठी है. जहां एक महीने तक विविध आयोजनों के साथ इस विश्वनाथ धाम की भव्यता जन-जन तक पहुंचाने की प्लानिंग हो रही है. वहीं, विपक्ष इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने में पीछे नहीं हटा रहा है.
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज विश्वनाथ धाम निर्माण के दौरान अक्षय वट वृक्ष को नुकसान पहुंचाए जाने से संबंधित एक मैसेज अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया. जिससे विश्वनाथ धाम को लेकर राजनीति गर्मा गई है. अखिलेश यादव ने आज सुबह अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट शेयर किया है. इस पोस्ट में उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में मौजूद अक्षय वट हनुमान मंदिर को वहां से हटाया जाने और अक्षय वट वृक्ष को नुकसान पहुंचाए जाने से संबंधित बात लिखते हुए अक्षय वट के पुजारी का दर्द बयां करते वीडियो जारी किया है.
अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा है कि काशी में 'अक्षयवट' को आघात पहुंचानेवालों का 'क्षय' निश्चित है. भाजपा राजनीतिक दंभ से ग्रसित होकर जन भावना एवं जन संवेदना पर निरंतर प्रहार कर रही है. उप्र की जनता भाजपा को जड़ से उखाड़ देगी. #भाजपा_ खत्म