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संत समिति ने उठाए सवाल, बोले- ठीक से हस्ताक्षर नहीं कर पाते थे नरेंद्र गिरि तो कैसे लिखा इतना बड़ा सुसाइड नोट

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत की खबर सुनते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गयी. उनकी मौत को लेकर अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने कई गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि वह अपना हस्ताक्षर तक ठीक से नहीं कर पाते थे तो आखिर इतना लंबा सुसाइड नोट कैसे लिख सकते हैं.

अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती.
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती.

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Published : Sep 21, 2021, 2:25 AM IST

Updated : Sep 21, 2021, 1:24 PM IST

वाराणसी/लखनऊ: प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की संदिग्ध हालत में हुई मौत के बाद संत समाज में हड़कंप मच गया है.नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत के बाद संत समाज अब उनकी मौत को किसी साजिश से जोड़कर देखने की बात कर रहा है. इस संदर्भ में अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने नरेंद्र गिरी की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. इतना ही नहीं उन्होंने कई गंभीर सवाल भी उठाए हैं.


वहीं प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने कल सुबह के कार्यक्रम रद्द कर दिये हैं. वह मंगलवार सुबह प्रयागराज जाएंगे. जहां वह दिवंगत अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होंगे.

अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की मौत पर अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रनंद सरस्वती ने गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि नरेंद्र गिरी कभी आत्महत्या नहीं कर सकते. जहां तक सुसाइड नोट की बात है वह अपना हस्ताक्षर तक ठीक से नहीं कर पाते थे तो आखिर इतना लंबा सुसाइड नोट कैसे लिख सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा जो व्यक्ति सुसाइड करेगा वह 2 दिन पहले दान में एक बड़ी बिल्डिंग को स्वीकार नहीं करेगा. ऐसे में इसके पीछे साजिश की बू आ रही है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की मौत को लेकर अखिल भारतीय संत समिति ने प्रदेश सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.

बता दें कि सोमवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का संदिग्ध परिस्थितियों में निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि महंत नरेंद्र गिरि का शव उनके बाघम्बरी मठ आश्रम में कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला है. कमरा अंदर से बंद था. पुलिस के मुताबिक, कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया ये आत्महत्या का मामला लग रहा है. उनकी मौत की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मठ के लोगों से पूछताछ कर रही है. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा है कि नरेंद्र गिरि के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. बाबा रामदेव ने भी कहा है कि नरेंद्र गिरि के मौत की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

निर्वाणी आनी अखाड़ा के श्री महंत स्वामी धर्मदास ने कहा है कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष की मौत सामान्य नहीं है. हमेशा संघर्ष करने वाला व्यक्ति कभी आत्महत्या नहीं कर सकता इसकी सबसे बड़ी जांच एजेंसी से जांच होनी चाहिए महंत धर्मदास बाघमबारी मठ में यह बातें दिवंगत अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी को श्रद्धांजलि देने के दौरान कही उन्होंने कहा कि साधु-संतों की तरह से हत्या होना निंदनीय है.


उन्होंने कहा कि साधु संत किसी अखाड़े से जुड़ा बड़ा संतो हो या फिर तो छोटा ही क्यों ना हो किसी भी साधु की हत्या बेहद निंदनीय है इस पर लगाम लगनी चाहिए महंत नरेंद्र गिरि की असमय हुई मौत से मैं बहुत आहत हूं और उन्हें अपनी सच्ची श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं सीएम योगी के द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कोई भी साधु संत किसी भी फरेब में फस कर आत्महत्या नहीं कर सकता है जो कोई भी इस घटना में शामिल है उसका पर्दाफाश होना चाहिए.

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Last Updated : Sep 21, 2021, 1:24 PM IST

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