वाराणसी:विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से अच्छी खबर है. लॉकडाउन की वजह से जहां गंगा पहले से साफ हुई हैं तो वहीं काशी की आबोहवा भी साफ हो गई है. ऐसा उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है. बोर्ड के अनुसार लॉकडाउन में जहां ढेरों नुकसान हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ पर्यावरण को इससे बड़ा फायदा भी हुआ है. लॉकडाउन का ही असर है कि जिस शहर में लोगों का खुले में सांस लेना भी दूभर था अब वहां की आबोहवा शुद्ध हो गई है.
विश्व पर्यावरण दिवस: स्वच्छ हुई काशी की हवा, एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा 150
उत्तर प्रदेश के वाराणसी की गंगा के साथ-साथ हवाएं भी शुद्ध हो गई हैं. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 150 तक आ पहुंचा है.
एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा 150
लॉकडाउन में कल कारखानों और गाड़ियों के बंद होने के कारण जिले की हवा शुद्ध हो गई है. वाराणसी में आम दिनों एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से 500 के बीच हुआ करता थी, लेकिन अब लॉकडाउन के कारण ये 150 तक आ पहुंचा है. मई के महीने में चार ऐसे दिन हैं, जब एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से भी नीचे रहा है. ऐसा उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े बता रहे हैं.
क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी कालिका सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के कारण वाराणसी के एयर क्वालिटी इंडेक्स में काफी सुधार हुआ है. मार्च महीने से लगातार हवाओं में जो प्रदूषण के कण थे उसमें कमी आई है. लॉकडाउन में सड़कों पर वाहनों की आवाजाही में कमी और शहर में चल रहे विकास कार्यों के निर्माण का पूरा हो जाना भी इसकी एक वजह है. लॉकडाउन में बहुत से कार्य संपन्न किए गए हैं. इसकी वजह से जो धूल के कण हैं, वह हवाओं में नहीं उड़ रहे हैं. वहीं आम दिनों में ऐसा करने के लिए पानी का छिड़काव करना पड़ता था.