वाराणसी: प्रदेश में बिगड़े मौसम के हालात ने किसानों को परेशान कर दिया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि की वजह से काफी नुकसान का अंदेशा लगाया जा रहा है. लेकिन वाराणसी में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से किसानों का मामूली नुकसान हुआ है. प्रधानमंत्री बीमा फसल योजना के अंतर्गत जो भी किसान इस नुकसान की जद में आए हैं. वह 72 घंटे के अंदर अपने बैंक और बीमा करने वाली कंपनी के अधिकृत व्यक्ति को इस नुकसान की सूचना दे दें. जिससे किसानों के नुकसान का आकलन कर उसकी भरपाई कराई जा सके.
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही वाराणसी में सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर पूरे वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी शुरुआत दिल्ली में की थी. राज्य सरकार ने इस वर्ष निर्णय लिया है कि जायद की फसल में ज्वार और बाजरा की फसल में उसका 50 प्रतिशत अनुदान किसानों को उपलब्ध करवाया जाएगा. यहां सोमवार और मंगलवार को जनपद के विकास खंडों पर स्टाल लगाकर 50 प्रतिशत अनुदान पर ये बीज उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. यहां किसानों को पूरा पैसा देकर बीज खरीदना होगा. इसके बाद आधार कार्ड से लिंक रहने वाले किसानों के खाते में सरकार 50 प्रतिशत धनराशि वापस देगी.
कृषि मंत्री ने कहा कि तिलहन और दलहन का उत्पादन बढ़ा है. चना की खरीद 2 लाख 12 हजार मीट्रिक टन होगी. इसके साथ ही 5335 रुपये न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चना खरीदा जायेगा. इसके साथ ही संस्त्रिपती अभियान चलाया जाएगा. जिससे किसानों तक पीएम सम्मान निधि का पूरा लाभ पहुंचाया जा सके. मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 3 दिनों के भीतर बेमौसम बारिश होने की वजह से 10 लोगों की मृत्यु हुई है. मुख्यमंत्री की तरफ से मृत किसानों को 4 लाख रुपये दिए जाने का निर्णय लिया गया है. उनके परिवार के लोगों के खाते में यह धनराशि सोमवार से ही पहुंचने लगेगी.