वाराणसी: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से योगी सरकार बनने जा रही है. 10 मार्च को आए चुनावी नतीजों के बाद भी यह साफ हो गया था कि सूबे में भाजपा एक बार फिर से 5 सालों तक सरकार चलाएगी और जिम्मेदारी पुनः मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ को मिलने वाली है. वहीं, 25 मार्च यानी कल मुख्यमंत्री दूसरी बार प्रदेश के सीएम पद की शपथ लेंगे. इसे लेकर लखनऊ में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. तमाम लोगों को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता भी भेजा जा रहा है और वाराणसी से 11 संतों के साथ काशी विद्वत परिषद के पांच विद्वानों को भी आमंत्रित किया गया है. सभी विद्वानों को मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन के जरिए आमंत्रण की सूचना दी गई. इधर, काशी के विद्वान शपथ ग्रहण समारोह में योगी आदित्यनाथ के लिए खास उपहार लेकर जा रहे हैं.
दरअसल, 25 मार्च को आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए काशी विद्वत परिषद की ओर से परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रो. राम चंद्र पांडेय, बीएचयू व्याकरण विभाग के अध्यक्ष प्रो. राम नारायण द्विवेदी, काशी हिंदू विश्वविद्यालय ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. विनय कुमार पांडेय, काशी विद्वत परिषद के प्रो. भगवत शरण शुक्ल और प्रोफेसर राम किशोर त्रिपाठी इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए जाने वाले अतिथियों की लिस्ट में शामिल हैं. इस बारे में काशी विद्वत परिषद के महामंत्री व बीएचयू व्याकरण विभाग के प्रोफेसर राम नारायण द्विवेदी ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन आ चुका है और उन्होंने पांच विद्वानों के जाने का कंफर्मेशन किया है.
हालांकि, प्रोफेसर रामचंद्र पांडेय की तबीयत ठीक ना होने की वजह से वह नहीं जा पा रहे हैं. इसलिए चार विद्वान काशी से रवाना होने वाले हैं. उन्होंने बताया कि सीएम योगी हिंदुत्व के मुद्दे पर काफी अडिग रहते हैं और काशी में बाबा विश्वनाथ के अलावा बाबा काल भैरव से उनका विशेष लगाव है. जब भी वह काशी आते हैं भले ही कुछ समय के लिए हैं लेकिन काल भैरव मंदिर और बाबा विश्वनाथ मंदिर जाना नहीं भूलते हैं. बाबा विश्वनाथ के मंदिर के विस्तारीकरण के समय भी मंदिरों के संरक्षण और रखरखाव के लिए काशी विद्वत परिषद को ही जिम्मेदारी दी गई थी. इसलिए काशी विद्वत परिषद बाबा विश्वनाथ के इस अनन्य भक्तों को काशी से कुछ विशेष उपहार भी देने जा रहा है.