वाराणसी :कहते शादी सात जन्मों का रिश्ता होता है, जिसे एक लड़का-लड़की को पूरी इमानदारी और निष्ठा के साथ निभाना होता है. लेकिन जिले में वरमाला, सात फेरों के बाद विदाई से पहले दुल्हन ने सुसराल जाने से इंकार कर दिया. जी हां, चौबेपुर क्षेत्र के कादीपुर खुर्द गांव के चौहान बस्ती में रविवार की रात नाचते-गाते बारात पहुंची. धूम-धाम से यहां बारात का स्वागत भी हुआ. जयमाल के बाद हिंदू धर्म के रिति रिवाज वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विसिन्दूर दान कराकर शादी रचाई गई. अगले दिन सोमवार की सुबह जब विदाई के लिए तैयारी शुरू हुई तो अचानक दुल्हन ने दूल्हे को उम्रदराज बताकर ससुराल से साफ इंकार कर दिया.
चौबेपुर के कादीपुर खुर्द गांव निवासी राजा बाबू चौहान की बेटी काजल की शादी साकेत नगर संकटमोचन वाराणसी निवासी स्व प्रभु चौहान के बेटे संजय चौहान के साथ 5 जून रविवार को हुई. बारात तय तिथि को काजल को लाने उसके घर पहुंची, जहां लड़की पक्ष वालों ने जोरदार स्वागत किया. इसके बाद मांगलिक कार्य शुरू किया गया. द्वारपूजा से लेकर जयमाल और सिंदूर दान कर सब चलता रहा. रात को हिंदू रीति रिवाज से ब्याह भी हो गया. लेकिन शादी के अगले दिन सोमवार की सुबह जब विदाई की तैयारी होने लगीस दहेज का सारा सामान ट्रैक्टर पर भी लद गया तभी दुल्हन ने उम्रदराज दूल्हा बता कर ससुराल जाने से इंकार कर दिया.
यह भी पढ़ें- वाराणसी के अपार्टमेंट और होटलों को पुलिस कमिश्नर ने भेजा नोटिस, यह है कारण