वाराणसी: प्रधानमंत्री के सलाहकार तरुण कपूर की अध्यक्षता में आज रविवार को कमिश्नरी सभागार में वाराणसी के चहुंमुखी विकास के लिए विभिन्न विभागों के अंतर्गत गतिशील परियोजनाओं की समीक्षा की गई. बनारस शहर की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक संचालन को सुगम बनाने के लिए तरुण कपूर ने शहर की सड़कों पर ट्रैफिक लोड कम करने के लिए रिंग रोड और शहर से रिंग रोड पर निकलने के लिए 8-10 कनेक्टिंग रोड बनाने का प्लान 15 दिनों में तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि जगह की कमी के कारण कुछ एलिवेटेड रोड भी बनानी पड़ सकती हैं. वाराणसी शहर में भ्रमण के दौरान उन्होंने अनुभव किया कि ट्रैफिक मैनेजमेंट की बहुत आवश्यकता है. पुराना शहर होने की वजह से सड़कों के किनारे चौड़ीकरण के लिए पर्याप्त जगह नहीं है. पीडब्ल्यूडी की सड़को पर पटरियों और नाली न होने से सुगम यातायात नहीं हो पा रहा है. तरुण कपूर ने ट्रैफिक पुलिस के उन स्थानों को चिन्हित करने पर जोर दिया. उन्होंने ट्रैफिक लाइट बढ़ाने और फुट पेट्रोलिंग करने से यातायात सुगम बनाने की सलाह दी है.
रोप वे प्रोजेक्ट की समीक्षा की जिस पर बताया गया कि कैन्ट स्टेशन से काशी विद्यापीठ में एक स्टेशन भारत माता मंदिर परिसर में एक स्टेशन, रथयात्रा, गोदौलिया तक कुल चार स्टेशन बनाये जायेंगे. इसमें 28 टावर बनाये जाएंगे. इस पर प्रधानमंत्री के सलाहकार तरुण कपूर ने निर्देश दिया कि यह प्रोजेक्ट समय से होना चाहिए. इस पर किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. इस पर यदि भूमि अधिग्रहण संबंधी कोई भी समस्या हो, तो उसे जल्द से जल्द निपटारा कर लिया जाए. प्रोजेक्ट को समय से पूरा किया जाए.
उन्होंने राजातालाब के रिंग रोड की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए एनएचएआई के मुख्य अभियंता से कहा कि रोड निर्माण में क्वालिटी का पूरा ध्यान रखा जाये. नगर निगम की समीक्षा में नगर आयुक्त ने बताया कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन 90 वार्डो में किया जा रहा है. अध्यक्ष द्वारा पूछे जाने पर कि वेस्ट मैनेजमेंट कैसे किया जाता है तो नगर आयुक्त ने कहा कि सारा कूड़ा करसड़ा स्थित प्लांट में प्रासेस किया जाता है. इससे चारकोल, कम्पोस्ट खाद आदि बनाया जाता है. उन्होंने वेस्ट मैनेजमेंट की जिम्मेदारी एनटीपीसी को देने की बात कही. नगर आयुक्त ने कहा कि मैन पावर बढ़ाया जा रहा है. इसके अलावा नगर निगम को संसाधन की कमी का सामना करना पड़ रहा है. इसके लिए लगभग 60 करोड़ की धनराशि मुहैया कराने के लिए अध्यक्ष से आग्रह किया गया.