वाराणसी: इस बार मानसून से पहले ही लगातार हो रही बारिश और दो बड़े तूफानों के असर के बाद मानसून के बेहतर होने के अंदेशे के साथ वाराणसी में बाढ़ को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. जिलाधिकारी ने गंगा के जलस्तर में होने वाले बदलाव के मद्देनजर तैयारियों को शुरू करने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा के निर्देशन में शुक्रवार को कैम्प कार्यालय पर सम्भावित बाढ़ वर्ष 2021 के लिए राहत और बचाव कार्य का खाका खींचा.
हरिद्वार से बनारस तक जलस्तर का बनेगा चार्ट
राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए सभी विभागों को अपने-अपने अधिकारी और कर्मचारियों के मोबाइल नंबर की सूची तैयार कराकर एक-दूसरे को कम्युनिकेट करने पर जोर दिया गया, जिससे जिसकी ड्यूटी मौके पर होगी, उसे सीधे तौर पर सूचना दी जा सकेगी. साथ ही मौके पर तत्काल राहत और बचाव का कार्य तेजी से संचालित हो सकेगा. सिंचाई विभाग सेंट्रल वाटर कमीशन के साथ समन्वय स्थापित करते हुए हरिद्वार से वाराणसी तक प्रतिदिन के जलस्तर का चार्ट तैयार कराकर जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएगा, जिससे अनुमान लगाकर लोगों को बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचाने तथा राहत कार्यों को समय से संचालित करने में मदद मिल सकेगी. पूर्व में संचालित बाढ़ राहत कैम्पों के आस-पास के हैण्डपम्पों की जांच कर ठीक कराने तथा वाटर टैंकों को भी दुरुस्त रखने का निर्देश जल निगम के अधिकारी को दिया गया.