वाराणसी: बोगस फर्म यानी कि फर्जी फर्म जो हमेशा से विभाग के लिए सिरदर्द बनी रहती हैं. इन फर्म का कोई लेखा-जोखा नहीं होता, जिससे इनके खिलाफ कोई कार्रवाई की जा सके. माल ले जाते समय बिल की चेकिंग के दौरान इनका फर्जीवाड़ा सामने आता है, तो विभाग इन पर कड़ी कार्रवाई करता है. बता दें कि यह फर्म सरकार को बिना राजस्व दिए चोरी-छिपे करोड़ों-अरबों का कारोबार करती हैं. सरकार के रेवेन्यू को नुकसान पहुंचाती हैं. ऐसी मनमानी फॉर्म पर रोक लगाने के लिए वाराणसी वाणिज्य कर विभाग द्वारा अनवरत अभियान चलाया जा रहा है और इन फर्म के ऊपर कार्रवाई की जा रही है. बीते तीन सालों में विभाग में 29 से ज्यादा बोगस फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की है और उनसे राजस्व वसूलने की कवायद जारी है.
कोरोना ने बढ़ाई बोगस फर्म की संख्या, एक्शन में प्रशासन
सरकार को बिना राजस्व दिए चोरी-छिपे करोड़ों-अरबों का कारोबार करने वाली बोगस फर्म यानी कि फर्जी फर्म को लेकर सरकार सजग है. विभाग इन फर्मों को पकड़ कर इन्हें पुलिस को सौंप रहा है और इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. बीते तीन सालों में विभाग में 29 से ज्यादा बोगस फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की है और उनसे राजस्व वसूलने की कवायद जारी है.
कोरोना ने बढ़ाई बोगस फर्म की संख्या
144 प्रतिशत वसूला गया राजस्व
राजीव अग्रवाल ने बताया कि कोराना काल में रेवेन्यू पिछले साल की तुलना में बढ़ा है अब तक 150 प्रतिशत से ज़्यादा रेवेन्यू प्राप्त किया गया है. उन्होंने बताया कि अब तक कुल 170 करोड़ से ज्यादा की धनराशि वसूली गई है जुलाई के आखिरी में इसमें बढ़ोतरी हो जाएगी.