मथुरा: नंदगांव के नंदबाबा मंदिर में खुदाई खिदमतगार संस्था के सदस्य फैजल खान और मुहम्मद चांद ने जौहर की नमाज अदा की थी. नमाज अदा करने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हिंदू संगठनों में खलबली मच गई. कुछ लोगों ने इसे एकता व भाईचारे की मिसाल बताया. वहीं हिंदू संगठन इसके विरोध पर उतर आए. हालांकि मंगलवार को मंदिर में नमाज पढ़ने के आरोपी फैसल खान को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया. उसे कोर्ट के आदेश के बाद 14 दिन की न्यायायिक हिरासत में भेज दिया गया.
नंद गांव स्थित नंदबाबा के मंदिर में मुस्लिम युवाओं के नमाज पढ़ने का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है. देश के तमाम हिस्सों में हिंदू संगठन इसके विरोध में उतर आए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी संत समाज ने इसके विरोध में अपनी आवाज बुलंद की है.
भाईचारा है तो मस्जिदों में करने दें सुंदरकांड का पाठ
राष्ट्रीय संत समिति के महामंत्री आचार्य जितेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि यदि मुस्लिम बंधुओं ने मंदिर में नमाज अदा की है, तो हम उसका विरोध नहीं करते. हम भी इस सांप्रदायिक सौहार्द को आगे बढ़ाने की बात करते हैं, लेकिन हमें भी मस्जिद में आरती करने का मौका दिया जाए. उन्होंने कहा कि यदि इतना ही भाईचारा है, तो क्यों नहीं मुस्लिम बंधु हमें कुछ मस्जिद दे देते, जहां हम सुंदरकांड का पाठ कर सकें.