पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में इलाज के साथ पढ़ाई वाराणसी: पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में मरीज का इलाज तो किया ही जा रहा है. लेकिन यहां पर अब डॉक्टर व कर्मचारी एकेडमिक ज्ञान भी ले सकेंगे. इसको लेकर के बकायादा अस्पताल के चिकित्सकों ने लाइब्रेरी तैयार की है. लाइब्रेरी में जो पुस्तके हैं, वह डॉक्टरों द्वारा डोनेट की गई हैं. पुस्तकों के साथ-साथ यहां पर बाकायदा सर्जरी की सीडी भी रखी गई है. ताकि यहां आने वाले डॉक्टर अपनी आवश्यकता के अनुसार उपयोग कर सके. ऐसा पूर्वांचल में पहली बार हो रहा है कि अस्पताल में लाइब्रेरी बनाई गई है. यह वाराणसी के राजकीय चिकित्सालय में किया गया है.
अस्पताल में लाइब्रेरी में रखी सीडी कई तरह की पठन-पाठन की सामग्री मौजूद:DDU अस्पताल में तैयार की गई लाइब्रेरी में अलग-अलग तरीके के जर्नल्स, टेक्स्ट बुक किताबें रखी गई हैं. इसके साथ ही तमाम तरह की ऑपरेशन की डीवीडी भी रखी गई है. जिससे कि इसे देखकर अस्पताल में शिक्षा ग्रहण करने वाले और यहां पर काम करने वाले डॉक्टर व स्टॉफ कुछ नया सीख सकें. इसके लिए बकायदा इंटरनेट और कंप्यूटर की भी व्यवस्था की गई है. साथ ही लाइब्रेरी में कुछ और जर्नल्स के सब्सक्रिप्शन लेने के साथ किताबों और डीवीडी की संख्या भी बढ़ाने की तैयारी की जा रही है.
DDU के एमएस डॉक्टर प्रेम प्रकाश कई विभागों ने मिलकर की लाइब्रेरी की शुरुआत: DDU केएमएस डॉक्टर प्रेम प्रकाश ने ईटीवी भारत से इस लाइब्रेरी के बारे में बातचीत की. उन्होंने बताया कि बहुत सारे डॉक्टर्स का इस लाइब्रेरी को तैयार करने में सहयोग मिला है. डिपार्टमेंट ऑफ इनेस्थेसिया, डिपार्टमेंट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स, डिपार्टमेंट ऑफ गाइनोकॉलॉजी ने इस लाइब्रेरी को तैयार करने में हमारा काफी सहयोग किया है. इस लाइब्रेरी का विस्तार करने में सहयोग किया है. इसमें जनरल सर्जरी की किताबें ज्यादा हैं. किताबों को तीन कैटेगरी में रखा गया है. पहली कैटेगरी में जर्नल्स रखी हुई हैं. दूसरी कैटेगरी में टेक्स्ट बुक रखी गई हैं, जबकि तीसरी में डीवीडी रखी हुई हैं. इसमें राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय दोनों तरह के जर्नल्स रखे हुए हैं.
लाइब्रेरी में ई-लर्निंग कॉर्नर, इंटरनेट की पूरी व्यवस्था:डॉक्टर प्रकाश ने बताया कि लाइब्रेरी में डीवीडी की अलग कैटेगरी बनाई गई है. आज का जमाना ई-लर्निंग का जमाना है. यहां पर एक कॉर्नर है ई-लर्निंग एरिया. हमने यहां पर इंटरनेट की व्यवस्था की है, कम्प्यूटर की व्यवस्था की है. अगर किसी को कोई ऑपरेशन देखना है तो डीवीडी के माध्यम से देख सकते हैं. वहां से सीख सकते हैं. डॉक्टर प्रकाश ने कहा, 'हम लोगों का प्लान है कि पांच इंडियन जर्नल और पांच इंटरनेशनल जर्नल के सब्सक्रिप्शन ले लेंगे. ये लाइब्रेरी जो अभी थोड़ी सी खाली दिख रही है वह कुछ दिन बाद भरी हुई दिखेगी. ऐसी भी स्थिति आएगी कि हमें अलग से रैक लेना पड़ सकता है.'
शासन के सहयोग से बेहतर होगी लाइब्रेरी: ऐसे में कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि अब पंडित दीन-दयाल चिकित्सालय जो यहां का राजकीय अस्पताल है, वहां पर इलाज मिलने के साथ ही एकेडमिक सुविधा भी मिलने जा रही है. इसमें एक छोटी सी कोशिश लाइब्रेरी के जरिए की गई है. इस लाइब्रेरी में डोनेट की गई किताबों को रखा गया है. इसके साथ ही आगामी दिनों में शासन के सहयोग से इसे और भी बेहतर बनाए जाने की तैयारी है. यह निश्चित रूप से पठन-पाठन के साथ ही यहां के डॉक्टर्स के लिए भी बेहद कारगर साबित होगा. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इस लाइब्रेरी में अधिक से अधिक किताबों को रखा जाएगा.