वाराणसी: सेवापुरी 95 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, वन विभाग एवं सृजन सामाजिक विकास न्यास के संयुक्त तत्वाधान में पौधरोपण किया गया. गढ़वा घाट आश्रम समेत गंगा नदी तट पर पौधरोपण और सेनिटाइजेशन किया गया. इस अवसर पर गड़वाघाट गोशाला में गोमाता की पूजा एवं गोसेवा की गई. सभी ने स्वामी गड़वाघाट श्री श्री 108 सतगुरु शरण का आशीर्वाद प्राप्त किया. इसके बाद गंगा नदी के तट पर पौधरोपण एवं सफाई अभियान चलाया गया.
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नरेंद्र पाल सिंह (पीएमजी) कमांडेंट 95 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता अनिल सिंह (अध्यक्ष सामाजिक विकास न्यास परिषद एवं ब्रांड अंबेसडर पर्यावरण संरक्षण विभाग उत्तर प्रदेश सरकार) ने किया. उन्होंने इस अवसर पर सभी को पर्यावरण संरक्षण और गंगा नदी को प्रदूषण से मुक्त करने की शपथ दिलाई.
डेन्यूब, टेम्स, राइन, नील की तरह गंगा हो सकती हैं स्वच्छः पीएमजी
मुख्य अतिथि नरेंद्र पाल सिंह (पीएमजी)ने लोगों से कहा कि पर्यावरण संरक्षण बहुत आवश्यक है. गंगा नदी को प्रदूषण से मुक्त करना चुनौतीपूर्ण है. विश्व में ऐसी अनेक नदियां हैं, जो कभी गंगा से भी अधिक प्रदूषित थीं, जैसे डेन्यूब, टेम्स, राइन, नील. वहां के लोगों और सरकारी प्रयास से वह आज स्वच्छ हो चुकीं हैं. गंगा नदी को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं, वाणिज्यिक उपक्रम और आम जनता को ईमानदारी से प्रयास करने होंगे. गंगा के आस-पास रहने वाले प्रत्येक भारतीय का भी यह नैतिक कर्तव्य है कि वह इस कार्यक्रम में जैसे भी हो, अपना सकारात्मक योगदान दे.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मदद के लिए है तत्पर
मुख्य अतिथि ने कहा कि 95 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल लगातार सेवा भाव से पौधरोपण, कोरोना महामारी के दौरान सेनिटाइजेशन, जन जागरूकता और स्वच्छता अभियान चला रही है. उन्होंने यह आश्वासन दिया कि देश के किसी भी कोने में जरूरत पड़ी, तो हम मदद के लिए सदैव तैयार हैं. बाद में सीआरपीएफ, सृजन सामाजिक न्यास एवं वन विभाग ने मिलकर गंगा नदी के तट पर 151पौधे लगाए. इसमें सफेद मंगोलिया, सुनहरा मंगोलिया, कचनार, गुलाब खास आम, अल्फांसो आम, तोतापुरी आम, मौलश्री आदि थे.